पटना: राजधानी पटना स्थित उद्योग विभाग सभागार में उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान के वार्षिक कैलेंडर, पत्रिका और पोर्टल लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन बिहार के उप मुख्यमंत्री सह उद्योग विभाग की मंत्री रेणु देवी ने किया. वहीं इस दौरान वरिष्ठ कलाकार पद्मश्री श्याम शर्मा, उद्योग विभाग के सचिव ब्रिजेश मल्होत्रा भी उपस्थित रहे.
इस दौरान डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह एक पहल की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल को वोकल बनाने की बात कही है. उसी को लेकर बिहार सरकार लगातार कार्यरत है. बिहार में लोकल को वोकल बनाना है. साथ ही बिहार को आत्मनिर्भर भी बनाना है. इसी पहल के तहत उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान का पोर्टल और पत्रिका लांच की गयी है. जिससे बिहार के हस्तशिल्प कलाकारों को काफी लाभ मिलेगा.
हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए सरकार कर रही कार्य
डिप्टी सीएम ने कहा कि पहले बिहार के हस्तशिल्प कलाकारों द्वारा निर्मित वस्तुओं को उचित प्लेटफार्म नहीं मिल पाता था. जिस वजह से कलाकारों की प्रतिभा लोगों तक नहीं पहुंच पाती थी. साथ ही उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं को उचित मूल्य भी नहीं मिल पाता था. पोर्टल पर लोग आसानी से सभी चीजों के बारे में जानकारी ले सकेंगे. साथ ही उन्हें कोई चीज बेहतर लगे तो उसे खरीद भी सकेंगे. बिहार सरकार हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है.
कई शिल्पों को मिल रहा अच्छा रिस्पांस
वहीं रेणु देवी ने कहा कि राज्य के 15 स्थानों पर एक एक करोड़ की लागत से शिल्पियों के लिए सामान्य सुविधा केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, जो अंतिम चरण में है. बिहार की मधुबनी पेंटिंग को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है. अब टेराकोटा, सिक्की, टिकुली, मंजूषा कला, और काष्ठ के खिलौने जैसे शिल्पों को भी काफी बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. लोग इससे काफी आकर्षित हो रहे हैं. बिहार के हस्तशिल्प कला को पूरे देश और दुनिया में पहुंचाने के लिए लगातार सरकार कार्य कर रही है.