पटनाः बिहार में डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. पटना में स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता पर शनिवार को निजी अस्पतालों ने डेंगू के पुराने बैकलॉग रिपोर्ट सरकार को दिया. इसके बाद अचानक से डेंगू के मामले में डेढ़ गुना बढ़ोतरी हो गई. पटना में 184 से बढ़कर 254 केस हो गए. बीते 24 घंटे में पटना में डेंगू के 28 नए मरीज मिले हैं.
यह भी पढ़ेंः Bihar Dengue cases : पटना में डेंगू के 33 नए मामले मिलने से दहशत, 375 एंटी लार्वा टीम रवाना
भागलपुर में भी डेंगू के केस बढ़ेंः विभिन्न प्राइवेट अस्पताल और प्राइवेट पैथोलॉजी सेंटरों ने 42 संक्रमितों की बैकलॉग रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को सौंपी है. इससे अचानक शनिवार को डेंगू के आंकड़ों में 70 मामले बढ़ गए. पटना के अलावा भागलपुर में डेंगू के मामले बढ़े हुए हैं. भागलपुर में डेंगू के 230 मामले हो गए हैं. ऐसे में बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 550 हो गई है.
व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का निर्देशः डेंगू के बढ़े हुए मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला के सिविल सर्जन को अस्पतालों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने का निर्देश दिया है. सभी ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स को रिजर्व रखने के लिए भी निर्देशित किया गया है. डेंगू की रोकथाम, मरीजों के इलाज और उसके समुचित प्रबंधन की निगरानी के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति, पटना में 104 कॉल सेंटर सह नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है.
जागरूकता अभियान चलाया रहाः डेंगू के लिए हेल्पलाइन नंबर 0612-2370131 भी जारी किया गया है. इसके साथ-साथ फॉगिंग को लेकर भी लोगों की सहायता के लिए फोन नंबर 0612-2951964 और व्हाट्सएप नंबर 7739851777 जारी किया गया है. राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने कहा है कि डेंगू से बचाव के लिए राज्यभर में जागरूकता अभियान चलाया रहा है. डेंगू मरीजों के लिए सभी अस्पतालों में बेड भी रिजर्व किए गए हैं.
"मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20, जिला अस्पताल में 10, अनुमंडल अस्पताल में 2 व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दो बेड रिजर्व किया गया है. सभी पीएचसी और स्वास्थ्य केदो पर डेंगू का रैपिड एंटीजन किट का प्रबंध कर दिया गया है और किट में पॉजीटिव आने पर एलाईजा टेस्ट कराया जा रहा है. एलाईजा टेस्ट की सुविधा सभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उपलब्ध है, इसके अलावा आर एमआरआई सेंटर और न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध है." -डॉ श्रवण कुमार, सिविल सर्जन, पटना
सावधानी बरतने की अपीलः न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा ने घबराने के लिए नहीं कहा है. उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि डेंगू के मामलों में मरीज का प्लेटलेट्स बहुत अधिक कम नहीं हो रहा है. फिर भी डेंगू के समय प्लेटलेट्स का जांच करते रहना जरूरी है. जिनका प्लेटलेट्स 20000 के करीब आ जाता है उन्हें ही प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है बाकी किसी को अभी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. ओपीडी के दवाइयों से ही डेंगू मरीज ठीक हो रहे हैं. इससे बचने के लिए सावधानी जरूरी है.
"आसपास पानी का जमावड़ा नहीं होने दें. साफ-सफाई रखें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. फुल स्लीव का कपड़ा पहने. डेंगू के समय शरीर में पानी की कमी हो जाती है. इसलिए अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें. ताजी फलों का सेवन करें और अभी बरसात का भी समय चल रहा है, इसलिए स्ट्रीट फूड खाने से परहेज करें. वायरल फीवर के भी मामले बढ़े हुए हैं. ऐसे में दोनों का इलाज सिर्फ पेरासिटामोल और संतुलित खान पान ही है." -डॉ, मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल