पटना: बिहार की राजधानी पटना सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों डेंगू कहर बरपा रहा (Dengue cases in Bihar) है. अस्पतालों में डेंगू के संक्रमण वाले मरीजों की बड़ी संख्या है. प्रदेश में डेंगू इस बार बीते 6 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा है. बीते 24 घंटे में प्रदेश में डेंगू के 674 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद प्रदेश में डेंगू के मरीजों की संख्या 6733 हो गई है. पटना की बात करें तो राजधानी पटना में डेंगू का डंक थम नहीं रहा. केन्द्रीय टीम फिलहाल बिहार दौरे पर है. जानकारी के अनुसार आज यह टीम पटना के पांच सबसे अधिक प्रभावित डेंगू वाले क्षेत्रों का दौरा करेगी. वहां की स्थिति का जायजा लेगी.
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पटना में डेंगू से हाल-बेहाल : बीते 24 घंटे में 436 नए मामले सामने आने के बाद पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 4129 हो गई (dengue case in patna) है. पीएमसीएच में 144 एनएमसीएच में 57 आईजीआईएमएस में 37 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव मिले हैं. पटना में अब तक डेंगू से 6 लोगों की मौतें दर्ज की जा चुकी हैं जिनमें चार 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे भी शामिल हैं. डेंगू के बढ़ते मामलों (Dengue cases increased) को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है.
डेंगू के पिछले 6 वर्षों के आंकड़े
- 2018- 1578 मरीज
- 2019- 4905 मरीज
- 2020- 243 मरीज
- 2021- 353 मरीज
- 2022- 6733 (मरीज, अबतक मिले)
डेंगू को लेकर जिलों को किया गया अलर्ट : राजधानी पटना से लेकर राज्य के सभी जिलों में डेंगू का अलर्ट कर दिया गया है. सूबे के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव खुद इसे लेकर खुद भी गंभीर हैं. फॉगिंग के लिए 100 बड़े वाहन और 380 बाइक पर फॉगिंग मशीनों, साथ ही डेंगू से लड़ाई के लिए पटना में 4 विभागों स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग और नगर निगम के साथ कृषि विभाग को लगाया गया है.
लगभग 90 फीसदी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रहीः साल 2019 में ही डेंगू के पटना में अब तक के सर्वाधिक 4905 मामले मिले थे. उस वर्ष पटना जलजमाव से त्रस्त था और पटना के कई इलाके भारी बारिश हुई थी. कई दिनों तक जलजमाव की स्थिति बनी थी. उसके बाद के 2 वर्षों 2020 और 2021 में डेंगू के मामलों की संख्या नगण्य रही थी. लेकिन इस वर्ष अब तक लगभग 4 हजार से ज्यादा मामले डेंगू के सामने आ गए हैं. रोजाना डेंगू के नए मामलों की संख्या पिछले दिनों के अपेक्षाकृत अधिक मिल रही है. अस्पताल के लैब टेक्नीशियन का कहना है कि डेंगू की जांच कराने के लिए मरीज इतने अधिक आ रहे हैं कि समय खत्म होने के बाद भी मरीजों का सैंपल कलेक्ट करना पड़ रहा है. कलेक्ट किए गए सैंपल में लगभग 90 फीसदी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.
बनाया गया है कंट्रोल रूम : डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग कई विभागों के साथ मिलकर व्यापक पैमाने पर एंटी लार्वा डिसइनफेक्टेंट का फॉगिंग करा रहा है. जिला प्रशासन की ओर से डेंगू के मामले बढ़ने के साथ-साथ सिविल सर्जन कार्यालय में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, ताकि लोग फोन कर छिड़काव के लिए टीम बुला सके. यदि स्वास्थ्य संबंधी कोई परेशानी होती है तो चिकित्सीय परामर्श भी ले सकेंगे. कंट्रोल रूम का दूरभाष संख्या है 0612- 2951964 है. इसके अलावा 7739851777 नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज भेज कर जरूरी सूचनाएं ले सकते हैं.
जानिए क्या है डेंगू मच्छर? : जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम मादा एडीज मच्छर है. यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है. यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं. डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं. वहीं, अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं. इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें. एडीज बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता. इंसान के घुटने के नीचे तक ही पहुंच होती है.
डेंगू बुखार के क्या हैं लक्षण? : डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या घट जाती है. 1.5 लाख से 3.5 लाख के बीच रहने वाला प्लेटलेट्स यदि 20 हजार के नीचे आ जाये तो प्लेटलेट्स चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है. इसमें तेज बुखार के साथ हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द, सिर दर्द, उल्टी, मतली, आंखों में दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण शामिल हैं. सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
मच्छर से बचने की अपील : बिहार सरकार लगातार डेंगू के खिलाफ जागरूकता फैला रही है. सरकार लोगों से अपील कर रही है कि डेंगू का मच्छर दिन में करता है ऐसे में दिन के समय बाहर बदन को ढक करके रखें इसके अलावा मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं और खिड़की दरवाजों पर जाली लगाए ताकि मच्छर घर के अंदर ना आए. चिकित्सक भी लोगों से अपील कर रहे हैं कि प्रचुर मात्रा में पानी पिए और घर के आस-पास साफ सफाई रखें ताकि डेंगू के मच्छर को पनपने का मौका ना मिले.