पटना: पासी समाज के लोगों ने एक बार फिर से ताड़ी से प्रतिबंध हटाने ( Demand for removal of ban on toddy In patna ) की मांग की है. इसके लिए पासी समाज के हजारों लोगों ने पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन किया है. पटना में जन आक्रोश मार्च (Demonstration of Pasi Samaj at Patna Gandhi Maidan ) में शामिल लोगों का कहना है कि राज्य में ताड़ी पर प्रतिबंध को पूरी तरह से हटाया जाए. उनकी मांग है कि सरकार नीरा का व्यापार शुरू करने के लिए कह रही है, लेकिन जो लोग ताड़ी का व्यापार कर रहे हैं उनके साथ नाइंसाफी क्यों कर रही है.
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पासी समाज का जन आंदोलन: अपनी मांगों के समर्थन में पासी समाज के लोग पटना के गांधी मैदान में एकत्रित हुए थे. ये लोग विधानसभा घेराव के लिए पटना के गांधी मैदान में हजारों की संख्या में जुटे थे. इन लोगों का साफ तौर पर कहना है कि, सरकार की नीति हमारे लिए सही नहीं है. हम लोगों को ताड़ी बेचने दिया जाए. साथ ही पासी समाज ने कहा कि, पुलिसिया जुल्म अब और नहीं सहेंगे. इसको लेकर पासी समाज के लोग विधानसभा घेराव करेंगे.
ताड़ी से प्रतिबंध हटाने की मांग: दरअसल सरकार ने ताड़ी बेचने पर प्रतिबंध लगा दिया है. पासी समाज के लोग ताड़ी बेचने का काम करते हैं. इन लोगों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन हम लोगों को परेशान करती है. जिसको लेकर पटना के गांधी मैदान में विधानसभा घेराव करने के लिए हजारों की संख्या में पासी समाज के लोग एकत्रित हुए हैं. हालांकि इन लोगों का कहना है कि अगर सरकार ताड़ी बंद करती है तो रोजगार मुहैया कराया जाए. इन लोगों ने कहा कि यह हमारा पुश्तैनी रोजगार है. इसी से हम लोगों का जीवन यापन होता है. वहीं अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए सरकार से मिलने का प्रयास भी किया जा रहा है. 5 सदस्यीय टीम सरकार से मिलने का प्रयास भी कर रही है.
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पासी समाज की चेतावनी.. 'यह तो अभी झांकी' : पासी समाज के नेता नथनी चौधरी ने साफ तौर पर कहा कि हम लोग आज सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन के लिए आए हुए हैं. सरकार अगर हम लोगों की बातों को नहीं मानती है तो अंजाम अच्छा नहीं होगा. यह तो अभी झांकी है प्रदर्शन बाद में हम लोग करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बिहार के किसी भी जिले में सभा नहीं होने देंगे.
"नीतीश जी बोले थे नीरा की खरीदारी करने के लिए, लेकिन नीरा की योजना में सरकार विफल है. इसलिए ताड़ी से प्रतिबंध खत्म किया जाए. फिलहाल ताड़ी के मामले में जिनको गिरफ्तार किया गया है उन्हें छोड़ा जाए. जबतक नीरा लागू नहीं होता है तबतक हमें कानून से मुक्ति दिया जाए. ताड़ी को शराब कानून से अलग किया जाए नहीं तो हम चुप नहीं बैठेंगे."- नथुनी चौधरी, नेता, पासी समाज
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महिलाएं बोलीं- पुलिस परेशान करती है : वहीं बबीता देवी ने बताया कि, पुलिस हम लोगों के घर में घुसकर काफी परेशान करती है. यहां तक की रात को सोते वक्त भी पुलिस बिस्तर से उठाकर ले जाती है और काफी परेशान करती है. उन्होंने कहा कि जितने भी पासी समाज के लोगों को पुलिस ने पकड़ा है उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए अन्यथा हम लोग आगे और तेज प्रदर्शन करेंगे.
"दारू पर बेल और ताड़ी पर जेल ये गलत कानून है. पहले हमें रोजगार दें फिर ताड़ी पर कानून लगाएं. ताड़ी पर लगा प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए. हमारी मांगे अगर नहीं मानी जाएगी तो हम इसी तरह से घेराव करेंगे. पुलिस भी धांधली कर रही है."- बबिता देवी, नेत्री, पासी समाज
बिहार में ताड़ी पर प्रतिबंध : दरअसल सूबे में शराबबंदी के बाद सरकार द्वारा ताड़ी पर प्रतिबंध तो लगा दिया गया, लेकिन इस पर आधारित लोगों के जीविकोपार्जन के लिए सरकार द्वारा कोई पहल नहीं की गई. ताड़ी पर सरकार की अस्पष्ट नीति के चलते सूबे की बड़ी आबादी के लिए जीविकोपार्जन बड़ा सवाल बन गया है. यही वजह हैं कि, पटना के गांधी मैदान में पासी समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया.
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