पटना: लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव को आरजेडी ने राज्यसभा का टिकट नहीं दिया. इसके बाद नाराज पार्टी के नेताओं ने लालू यादव और उनकी पार्टी पर जोरदार हमला बोल दिया है. लोकतांत्रिक दल के नेताओं ने ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
एलजेडी के प्रदेश उपाध्यक्ष बीनू यादव ने कहा है कि लालू यादव ने शरद यादव जैसे पुराने समाजवादी नेता के साथ धोखेबाजी की है. धोखा देना आरजेडी की पुरानी आदत है. प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा है कि लालू यादव सामाजिक न्याय के नाम पर अब तक लोगों को धोखा देते आए हैं. शरद यादव को भी उन्होंने धोखा दिया है. उन्होंने आरजेडी पर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया.
'शरद यादव को समझनी चाहिए आरजेडी की मजबूरी'
इस पर राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि हम शरद यादव का सम्मान करते हैं. लेकिन, पार्टी के पास मात्र 2 ही सीट था. जिस वजह से पार्टी के नेतृत्व में जो तय किया वह सर्व सम्मान है. दोनों कैंडिडेट हमारी पार्टी के सदस्य हैं, जिस वजह से उन्हें राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया गया है.
'खुद को छला हुआ महसूस कर रहे शरद यादव'
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में लालू यादव ने शरद यादव को सम्मानित करके चुनाव लड़ाने का काम किया था. किसी कारणवश वह वहां से जीत हासिल नहीं कर पाए. लेकिन, लालू यादव को शरद यादव को राज्यसभा का टिकट देना चाहिए था. अब शरद यादव खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं. शरद यादव ने पिछले दिनों जब रिम्स पहुंचकर लालू यादव से मुलाकात की थी.
तीसरे मोर्चे को लेकर लग रहे कयास
बता दें कि शरद यादव जब भी बिहार दौरे पर आते हैं तो राजद को छोड़कर सभी पार्टियों के साथ बैठक करते हैं. मौजूदा परिस्थितियों के मुताबिक ये अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में तीसरे मोर्चे के रूप में शरद यादव की पार्टी सामने आएगी. ये भी संभव है कि उन्हें अन्य छोटे दलों का भी समर्थन मिलेगा.