पटना: बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बुधवार को प्रदेश में अबतक के सबसे ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. कुल 749 नए मामले मिलने के बाद संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 13 हजार 274 हो गया है. आम तो आम, अब खास भी इस महामारी की चपेट में आने लगे हैं. इसको लेकर प्रदेश में एक बार फिर संपूर्ण लॉक डाउन की मांग उठने लगी है.
बुधवार को अकेले पटना से 235 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. कोरोना वायरस सीएम आवास पर भी दस्तक दे चुका है. मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार की रिश्तेदार भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई. वहीं, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हो या पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग के मंत्री, दोनों कोरोना पॉजिटिव पाए गये हैं. कुल मिलाकर बिहार में कोरोना वायरस के चलते हालात गंभीर हो चले हैं.
सरकार शीघ्र लॉकडाउन लगाए
हम पार्टी ने बिहार में संक्रमण के हालात को देखते हुए चिंता व्यक्त की है. पार्टी प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि सरकार को बिहार में तत्काल लॉकडाउन लगा देना चाहिए. कोरोना वायरस का प्रकोप बहुत तेजी से फैल रहा है. अगर शीघ्र लॉकडाउन नहीं लगा, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
आरजेडी ने व्यक्त की चिंता
राजद ने भी हालात पर चिंता व्यक्त की है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि सरकार को आम लोगों से कोई मतलब नहीं है. कोरोना का संक्रमण इस कदर बड़ा है कि अब मुख्यमंत्री तक सुरक्षित नहीं है. रैंडम टेस्ट नहीं कराया जा रहा है. सरकार कड़े फैसले ले, विपक्ष सहयोग करने को तैयार है.
लिए जा रहे हैं फैसले-बीजेपी
भाजपा प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि सरकार की नजर हालात पर है. विशेषज्ञों की राय के हिसाब से सरकार फैसले लेती है. सरकार को अगर लगेगा कि लॉकडाउन लगाना चाहिए, तो ये जरूर लागू होगा.
कुल मिलाकर बिहार में हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. संक्रमण से रोकथाम के लिए लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर तो रहे हैं. लेकिन वायरस का प्रकोप है कि रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है.