पटनाः बिहार के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में 32,000 से ज्यादा रिक्त पदों पर शिक्षकों के नियोजन (Teacher Recruitment) के छठे चरण की प्रक्रिया, पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) की वजह से अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है. अब इस नियोजन के लंबा खिंचने के आसार हैं क्योंकि अगले वर्ष मैट्रिक-इंटर परीक्षा के बाद नगर निकाय के भी चुनाव होंगे. इस स्थिति में नियोजन प्रक्रिया पूरी होने में देर लग सकती है.
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नियोजन की प्रक्रिया अब तभी शुरू हो पाएगी जब पंचायत चुनाव के बाद शिक्षा विभाग नया शेड्यूल जारी करेगा. 29 जुलाई, 2021 को शिक्षा विभाग ने माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षकों के छठे चरण के नियोजन के लिए नया शेड्यूल जारी किया था. जिसके तहत 10 दिसंबर तक शिक्षकों का चयन होना था, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने नियोजन प्रक्रिया जारी रखने पर असहमति जता दी थी.
इसके बाद शिक्षा विभाग ने माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया स्थगित करने की अधिसूचना जारी कर दी थी. अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि पंचायत निर्वाचन 2021 के समाप्त होने के बाद नियोजन का नया शेड्यूल जारी किया जाएगा.
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बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला परिषद नियोजन इकाई में पूर्व निर्धारित नियोजन प्रक्रिया को जारी रखने में असहमति जताई थी. सरकार के मुताबिक नगर नियोजन इकाई से संबंधित पदाधिकारी के साथ ही जिला प्रशासन के सभी पदाधिकारी किसी न किसी रूप में पंचायत चुनाव 2021 के निर्वाचन कार्यों से जुड़े हुए हैं इसलिए नियोजन का काम जारी रखना संभव नहीं है.
अगले वर्ष फरवरी-मार्च में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा आयोजित होने के बाद अप्रैल और महीने में बिहार के तमाम नगर निकायों में चुनाव होने हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि छठे चरण के नियोजन की प्रक्रिया कैसे पूरी हो सकेगी.
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इधर, छठे चरण के प्राथमिक शिक्षकों के नियोजन और काउंसलिंग में भी कुछ ऐसी ही आशंका नजर आ रही है. क्योंकि पंचायत चुनाव के बाद जब काउंसलिंग की बारी आएगी तब सरकारी स्कूलों में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा का समय होगा. इसके बाद नगर निकाय चुनाव की वजह से भी काउंसलिंग का काम प्रभावित हो सकता है और यही वजह है कि अब बिहार में करीब सवा लाख प्राथमिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया में कम से कम एक साल और लगने की संभावना है.