पटना: प्रदेश की सियासत में इन दिनों पोस्टर वॉर छिड़ा हुआ है. इसी क्रम में हाजीपुर में हुए जेल हत्याकांड को लेकर विपक्ष का सरकार पर हमला तेज हो गया है.
जेल में कैदी की हत्या के बाद 5 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया था, जिस पर हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पुलिस वालों को सस्पेंड करने से क्या होगा, अब नीतीश सरकार को सस्पेंड करने का समय आ गया है.
'जेल में पहली बार हुई हत्या'
हम प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी जेल में बंद विचाराधीन कैदी की पिस्टल से हत्या की गई हो. उन्होंने कहा कि कैदी कोर्ट की शरण में होता है. ऐसे में जब कैदी जेल में भी सुरक्षित नहीं है, तो बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति समझी जा सकती है.
'इस्तीफा दें नीतीश कुमार'
दानिश रिजवान ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि पहले से ही पूरे बिहार में कोई भी आम आदमी सुरक्षित नहीं था. ऐसे में जेल में हुई इस हत्याकांड के बाद शासन व्यवस्था पर सवाल उठते हैं. नीतीश कुमार प्रदेश के मुखिया है. इसलिए सूबे के सभी लोगों की जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की है. जेल हत्याकांड के बाद अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया. लेकिन हम प्रवक्ता ने कहा इस हत्याकांड के लिए मुख्यमंत्री होने के नाते नीतीश कुमार जिम्मेवार है, इसलिए उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देनी चाहिए.
'लूटकांड के आरोपी की हुई थी हत्या'
गौरतलब है कि विगत शुक्रवार को हाजीपुर मंडल जेल में बंद कैदी मनीष कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कैदी मनीष कुमार हाल ही में हुए सोना लूट कांड मामले में गिरफ्तार हुआ था. उस पर पूर्व में भी कोर्ट में पेशी के दौरान गोलियों से हमला हुआ था. इस हत्याकांड के बाद जेल में बंद दो कैदियों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.