ETV Bharat / state

पटनाः दैनिक मजदूरों को नहीं मिल रहा काम, खाने पर भी आ गई है आफत

आरपीएस मोड़ पर रोजाना सुबह 8 बजे से 200 से अधिक मजदूर काम की तलाश में पहुंचते हैं. मजदूर संतलाल ने बताया कि वह रोजाना दिहाड़ी कमाने के लिए यहां आते हैं. लेकिन पिछले दो महीने से काम बंद है.

patna
patna
author img

By

Published : May 18, 2020, 6:11 PM IST

पटनाः कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा दैनिक मजदूरों की परेशानी बढ़ गई है. राज्य सरकार ने दैनिक मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग और चेहरे पर मास्क के साथ काम करने की अनुमति दे दी थी. लेकिन अब लोग अपने घर मजदूरों को काम पर नहीं बुला रहे हैं. जिससे उनके पास रोजी रोटी की समस्या आ गई है.

खाने पर आफत
राजधानी के बेली रोड स्थित आरपीएस मोड़ पर काम के लिए अनुमति मिलने के बाद से मजदूरों की काफी भीड़ लग रही है. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग उन्हें काम देने से कतरा रहे हैं. ऐसे में मजदूरों को अपने परिवार का पेट पालने के लिए गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है.

देखें रिपोर्ट

काम की तलाश में मजदूर
बता दें कि आरपीएस मोड़ पर रोजाना सुबह 8 बजे से 200 से अधिक मजदूर काम की तलाश में पहुंचते हैं. मजदूर संतलाल ने बताया कि वह रोजाना दिहारी कमाने के लिए यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने से काम बंद है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण करने में काफी समस्या हो रही है.

नहीं मिल रहा है काम
एक अन्य मजदूर कामेश्वर राय ने बताया कि वह 15- 20 किलोमीटर दूर से मजदूरी कर कमाने के लिए यहां पहुंचते हैं. लेकिन काम नहीं मिलने से जैसे तैसे परिवार को पाल रहे हैं. वहीं, दैनिक मजदूर चिंटू ने बताया कि हाल के दिनों में बिल्कुल भी काम नहीं मिल रहा है.

पटनाः कोरोना को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा दैनिक मजदूरों की परेशानी बढ़ गई है. राज्य सरकार ने दैनिक मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग और चेहरे पर मास्क के साथ काम करने की अनुमति दे दी थी. लेकिन अब लोग अपने घर मजदूरों को काम पर नहीं बुला रहे हैं. जिससे उनके पास रोजी रोटी की समस्या आ गई है.

खाने पर आफत
राजधानी के बेली रोड स्थित आरपीएस मोड़ पर काम के लिए अनुमति मिलने के बाद से मजदूरों की काफी भीड़ लग रही है. लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग उन्हें काम देने से कतरा रहे हैं. ऐसे में मजदूरों को अपने परिवार का पेट पालने के लिए गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है.

देखें रिपोर्ट

काम की तलाश में मजदूर
बता दें कि आरपीएस मोड़ पर रोजाना सुबह 8 बजे से 200 से अधिक मजदूर काम की तलाश में पहुंचते हैं. मजदूर संतलाल ने बताया कि वह रोजाना दिहारी कमाने के लिए यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने से काम बंद है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण करने में काफी समस्या हो रही है.

नहीं मिल रहा है काम
एक अन्य मजदूर कामेश्वर राय ने बताया कि वह 15- 20 किलोमीटर दूर से मजदूरी कर कमाने के लिए यहां पहुंचते हैं. लेकिन काम नहीं मिलने से जैसे तैसे परिवार को पाल रहे हैं. वहीं, दैनिक मजदूर चिंटू ने बताया कि हाल के दिनों में बिल्कुल भी काम नहीं मिल रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.