पटना: बिहार की राजधानी पटना में फिर साइबर ठगी (Cyber Fraud in Patna ) का मामला सामने आया है. इस बार मुख्यमंत्री सचिवालय के आप्त सचिव को साइबर ठगों ने लूट लिया. पूरे देश में इन दिनों साइबर अपराधी काफी सक्रिय हो गए हैं. आम लोगों के साथ-साथ खास लोगों को भी अपना निशाना बना रहे हैं. ताजा मामला बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय से जुड़ा है. यहां मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थापित आप्त सचिव मनोज कुमार सिन्हा साइबर ठगों के शिकार (Cyber fraud with Pesonal Secretary Manoj Sinha) बन गए. दरअसल, साइबर अपराधियों ने उनके खाते से ₹2.95 लाख की निकासी कर ली.
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क्विक सपोर्ट एप इंस्टाॅल होते ही खाते से निकलने लगे पैसेः मनोज सिन्हा ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के लिए स्पाइसजेट का टिकट लिया था. फ्लाइट लेट थी. स्टेटस जानने के लिए उन्होंने गूगल पर स्पाइसजेट के कस्टमर केयर का नंबर तलाश रहे थे, जो नंबर उन्हें मिला उस पर फोन किया. फोन करने वाले ने मनोज को झांसे में लेकर कहा कि आपकी फ्लाइट कैंसिल हो गई है. दूसरी फ्लाइट बुक करने के लिए ऐप डाउनलोड करना होगा. जैसे ही साइबर अपराधियों ने क्विक सपोर्ट एप इंस्टॉल करवाया हैप्पी ईस्टर होते ही उनके खाते से पैसे की निकासी होने लगी.
आप्त सचिव ने कराया मामला दर्ज: मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थापित आप्त सचिव मनोज कुमार सिन्हा अनिसाबाद के ताहिर लेन के रहने वाले हैं. उनका खाता एसबीआई के सिंचाई भवन शाखा में है. गर्दनीबाग थाना में उन्होंने केस दर्ज कराया है. जैसे ही उन्होंने ऐप इंस्टॉल किया, पैसे की निकासी होने लगी. जब तक वह कुछ कर पाते तब तक मनोज सिन्हा के खाते से दो लाख 95 हजार की निकासी हो चुकी थी.
कृष्णापुरी इलाके में भी क्विक सपोर्ट एप से हुई साइबर ठगीः दूसरा मामला एसकेपुरी थाना की है. यहां अजय सिन्हा जो कि श्री कृष्णापुरी के रहने वाले हैं. उन्हें अपने घर में एयरटेल का बर्डमैन सिस्टम इनस्टॉल करवाना था. इसके लिए उन्होंने गूगल पर एयरटेल कस्टमर केयर सर्विस पटना लिखकर सर्च किया. उस पर दिए गए नंबर पर उन्होंने फोन किया तो किसी ने मेराज आलम से बात की गई. मेराज ने अपने सीनियर सोनू से बात कराई. उनके कहने पर उन्होंने मोबाइल में क्विक सपोर्ट एप इंस्टॉल कर लिया और साथियों ने बैंक का यूजर आईडी और पासवर्ड जान लिया. उनके खाते से छह बार में पैसे की निकासी की गई.