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CRPF के शहीद दारोगा के परिजनों को नहीं मिली इंश्योरेंस की राशि, सरकार ने नहीं कराया पॉलिसी रिन्यू

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीद दारोगा रोशन कुमार के परिजनों को राज्य सरकार की ओर घोषित बीमा की राशि अब तक नहीं मिल पाई है. शहादत के 9 महीने बाद भी शहीद के परिवार को बिहार सरकार की घोषित बीमा राशि का भुगतान राज्य सरकार की ओर से नहीं दिया गया है. इस कारण शहीद रोशन कुमार के परिजन परेशान हैं.

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Published : Nov 21, 2019, 9:39 AM IST

शहीद दारोगा रोशन कुमार

पटना: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीद दारोगा रोशन कुमार के परिजनों को राज्य सरकार की ओर घोषित बीमा की राशि अब तक नहीं मिल पाई है. शहादत के 9 महीने बाद भी शहीद के परिवार को बिहार सरकार की घोषित बीमा राशि का भुगतान राज्य सरकार की ओर से नहीं दिया गया है. इस कारण शहीद रोशन कुमार के परिजन परेशान हैं.

नक्सल ऑपरेशन में शहीद हुए दारोगा रोशन कुमार
दरअसल, सीआरपीएफ के दारोगा रोशन कुमार गया में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए थे. 13 फरवरी 2019 को गया जिले के पचरुखिया इलाके में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में आने से रोशन कुमार वीरगति को प्राप्त हो गए थे.

CRPF
सरकार ने नहीं कराया पॉलिसी रिन्यू

नहीं मिली परिजनों को बीमा राशि
शहीद दारोगा रोशन कुमार के पिता मिथिलेश सिंह ने बताया कि स्पेशल कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान उनके बेटे को शहादत मिली थी. रोशन कुमार अपने घर के इकलौते चिराग थे. घर में उनके अलावा माता-पिता और एक बहन है. शहादत के बाद सीआरपीएफ की ओर से मिलने वाले तमाम लाभ उन्हें प्राप्त हो गए. लेकिन राज्य सरकार की ओर से शहीदों को प्रदान की जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया. परिजनों ने इस बात को लेकर सीआरपीएफ के कमांडेंट से संपर्क किया.

शहीद दरोगा के परिजनों को नहीं मिली इंश्योरेंस की राशि

सरकार ने पॉलिसी नवीकरण नहीं किया
शहीद के परिजनों को दिए गए जवाब में बताया गया है कि पूर्व की पॉलिसी लागू नहीं है. इंश्योरेंस कंपनी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड कमांडेंट गया जिलाधिकारी को बताया था कि यह इंसयूरेन्स 1 जुलाई 2017 से 30 जून 2018 तक थी और इसके बाद इस योजना का सरकार ने पॉलिसी नवीकरण ही नहीं कराया. जिस कारण 30 जून 2018 के बाद योजना में राशि उपलब्ध नहीं है. शहादत की घटना 13 फरवरी 2019 को हुई थी, इसलिए शहीद के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से शहीदों को दी जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.

यह भी पढ़े- भागलपुर: बेखौफ अपराधियों ने सरेराह व्यवसाई से 6 लाख रुपये लूटे

परिवार को बिना बताए भरा था सीपीओ का फार्म
बता दें कि रोशन कुमार ने 2014 में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण कर 2016 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे. उन्होंने परिजनों को बिना बताकर सीपीओ का फॉर्म भरा था और परीक्षा पास करने के बाद वो दरोगा बने थे. कोबरा में उनकी पहली पोस्टिंग थी और पहली पोस्टिंग में देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे. 13 फरवरी 2019 को वो वीरगति को प्राप्त हुए थे.

पटना: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीद दारोगा रोशन कुमार के परिजनों को राज्य सरकार की ओर घोषित बीमा की राशि अब तक नहीं मिल पाई है. शहादत के 9 महीने बाद भी शहीद के परिवार को बिहार सरकार की घोषित बीमा राशि का भुगतान राज्य सरकार की ओर से नहीं दिया गया है. इस कारण शहीद रोशन कुमार के परिजन परेशान हैं.

नक्सल ऑपरेशन में शहीद हुए दारोगा रोशन कुमार
दरअसल, सीआरपीएफ के दारोगा रोशन कुमार गया में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए थे. 13 फरवरी 2019 को गया जिले के पचरुखिया इलाके में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में आने से रोशन कुमार वीरगति को प्राप्त हो गए थे.

CRPF
सरकार ने नहीं कराया पॉलिसी रिन्यू

नहीं मिली परिजनों को बीमा राशि
शहीद दारोगा रोशन कुमार के पिता मिथिलेश सिंह ने बताया कि स्पेशल कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान उनके बेटे को शहादत मिली थी. रोशन कुमार अपने घर के इकलौते चिराग थे. घर में उनके अलावा माता-पिता और एक बहन है. शहादत के बाद सीआरपीएफ की ओर से मिलने वाले तमाम लाभ उन्हें प्राप्त हो गए. लेकिन राज्य सरकार की ओर से शहीदों को प्रदान की जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया. परिजनों ने इस बात को लेकर सीआरपीएफ के कमांडेंट से संपर्क किया.

शहीद दरोगा के परिजनों को नहीं मिली इंश्योरेंस की राशि

सरकार ने पॉलिसी नवीकरण नहीं किया
शहीद के परिजनों को दिए गए जवाब में बताया गया है कि पूर्व की पॉलिसी लागू नहीं है. इंश्योरेंस कंपनी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड कमांडेंट गया जिलाधिकारी को बताया था कि यह इंसयूरेन्स 1 जुलाई 2017 से 30 जून 2018 तक थी और इसके बाद इस योजना का सरकार ने पॉलिसी नवीकरण ही नहीं कराया. जिस कारण 30 जून 2018 के बाद योजना में राशि उपलब्ध नहीं है. शहादत की घटना 13 फरवरी 2019 को हुई थी, इसलिए शहीद के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से शहीदों को दी जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.

यह भी पढ़े- भागलपुर: बेखौफ अपराधियों ने सरेराह व्यवसाई से 6 लाख रुपये लूटे

परिवार को बिना बताए भरा था सीपीओ का फार्म
बता दें कि रोशन कुमार ने 2014 में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण कर 2016 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे. उन्होंने परिजनों को बिना बताकर सीपीओ का फॉर्म भरा था और परीक्षा पास करने के बाद वो दरोगा बने थे. कोबरा में उनकी पहली पोस्टिंग थी और पहली पोस्टिंग में देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे. 13 फरवरी 2019 को वो वीरगति को प्राप्त हुए थे.

Intro:पटना: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शहीद दरोगा के परिजनों द्वारा राज्य सरकार द्वारा घोषित बीमा की राशि अब तक नहीं मिल पाई है. शहादत के 9 महीने बाद भी शहीद के परिवार को बिहार सरकार द्वारा घोषित राज्य सरकार द्वारा शहीदों को प्रदान की जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया है. दरअसल सरकार ने इस साल इस योजना का नवीनीकरण ही नहीं कराया है.


Body:सीआरपीएफ के दरोगा रोशन कुमार गया में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान शहीद हुए थे. 13 फरवरी 2019 को गया जिले के पचरुखिया इलाके में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान आईईडी ब्लास्ट में आने से रोशन कुमार वीरगति को प्राप्त हो गए गए थे. उनके पिता मिथिलेश सिंह ने बताया कि स्पेशल कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान उनके बेटे को शहादत मिली थी. रोशन कुमार अपने घर के इकलौते चिराग थे. घर में उनके अलावा माता-पिता और एक बहन है. शहादत के बाद सीआरपीएफ द्वारा मिलने वाले तमाम लाभ उन्हें प्राप्त हो गए लेकिन राज्य सरकार द्वारा शहीदों को प्रदान की जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया. परिजनों ने इस बात को लेकर सीआरपीएफ के कमांडेंट से संपर्क किया. शहीद के परिजनों को दिए गए जवाब में बताया गया है कि पूर्व की पॉलिसी लागू नहीं है. इंश्योरेंस कंपनी न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड कमांडेंट गया जिलाधिकारी को बताया था कि यह इंसयूरेन्स 1 जुलाई 2017 से 30 जून 2018 तक थी और इसके बाद इस योजना का सरकार ने पॉलिसी नवीकरण ही नहीं कराया जिस कारण 30 जून 2018 के बाद योजना में राशि उपलब्ध नहीं है. शहादत की घटना 13 फरवरी 2019 को हुई थी इसलिए शहीद के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा शहीदों को दी जाने वाली बीमा राशि का भुगतान नहीं हो पाया है.


Conclusion:नक्सल ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए थे रोशन कुमार 2016 में सीआरपीएफ में हुए शामिल
शहीद सीआरपीएफ दरोगा रोशन कुमार के पिता ने बताया कि वे 2014 में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण कर दो हजार सोलह में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे. बिना परिजनों को बताए ही उन्होंने सीपीओ का फॉर्म भरा था और परीक्षा पास करने के बाद वे दरोगा बने थे. कोबरा में उनकी पहली पोस्टिंग थी और पहली पोस्टिंग में देश की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए थे. 13 फरवरी 2019 को वे वीरगति को प्राप्त हुए थे.
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