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कार्तिक दशमी : घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, महिलाओं ने की गंगा की पूजा - crowds of devotees gathered at the ghats

पटना में सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए महिलाओं की भीड़ अलखनाथ घाट, उमानाथ घाट और बाढ़ के विभिन्न घाटों में उमड़ पड़ी. महिलाओं ने स्नान कर पूजा पाठ कर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की.

महिलाओं ने की गंगा की पूजा
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Published : Oct 23, 2019, 9:57 AM IST

पटनाः शरद पूर्णिमा की समाप्ति होते ही कल्पवास मेला की शुरूआत हो जाती है. जिसे कार्तिक स्नान भी कहा जाता है. कार्तिक माह के पहले दिन से लेकर पूर्णिमा तक अनवरत गंगा स्नान और पूजा-पाठ का दौर शुरू हो जाता है. वहीं कार्तिक माह के दशमी के दिन बुधवार को श्रद्धालुओं की भीड़ सभी घाटों पर उमड़ पड़ी. सुबह-सुबह दूर-दूर से महिलाएं आकर अलखनाथ घाट में गंगा स्नान कर पूजा की और अपने परिवार के लिए सुख और समृद्धि की कामना भी की.

घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
पटना में सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए महिलाओं की भीड़ अलखनाथ घाट, उमानाथ घाट और बाढ़ के विभिन्न घाटों में उमड़ पड़ी. महिलाओं ने स्नान कर पूजा पाठ कर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की. वहीं जैसे-जैसे कार्तिक माह के दिन बीत रहे और छठ नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे पूरा माहौल भक्तिमय होता जा रहा है.

कार्तिक माह की दशमी को घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

छठ नजदीक आने से पूरा माहौल भक्तिमय
उत्तरायण गंगा के तट पर गंगा स्नान का इस महीने में इतना महत्व है कि लोग 1 महीने के लिए बनारस, सिमरिया बाढ़ के उमा नाथधाम बाढ़ के अलखनाथ धाम चले आते हैं और 1 महीने तक लगातार गंगा स्नान पूजा पाठ करते है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस महीने को चतुर्दिक मास भी कहा जाता है जो आषाढ़ महीने का अमावस्या से शुरू होकर कार्तिक की पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है.

पटनाः शरद पूर्णिमा की समाप्ति होते ही कल्पवास मेला की शुरूआत हो जाती है. जिसे कार्तिक स्नान भी कहा जाता है. कार्तिक माह के पहले दिन से लेकर पूर्णिमा तक अनवरत गंगा स्नान और पूजा-पाठ का दौर शुरू हो जाता है. वहीं कार्तिक माह के दशमी के दिन बुधवार को श्रद्धालुओं की भीड़ सभी घाटों पर उमड़ पड़ी. सुबह-सुबह दूर-दूर से महिलाएं आकर अलखनाथ घाट में गंगा स्नान कर पूजा की और अपने परिवार के लिए सुख और समृद्धि की कामना भी की.

घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
पटना में सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए महिलाओं की भीड़ अलखनाथ घाट, उमानाथ घाट और बाढ़ के विभिन्न घाटों में उमड़ पड़ी. महिलाओं ने स्नान कर पूजा पाठ कर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की. वहीं जैसे-जैसे कार्तिक माह के दिन बीत रहे और छठ नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे पूरा माहौल भक्तिमय होता जा रहा है.

कार्तिक माह की दशमी को घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

छठ नजदीक आने से पूरा माहौल भक्तिमय
उत्तरायण गंगा के तट पर गंगा स्नान का इस महीने में इतना महत्व है कि लोग 1 महीने के लिए बनारस, सिमरिया बाढ़ के उमा नाथधाम बाढ़ के अलखनाथ धाम चले आते हैं और 1 महीने तक लगातार गंगा स्नान पूजा पाठ करते है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस महीने को चतुर्दिक मास भी कहा जाता है जो आषाढ़ महीने का अमावस्या से शुरू होकर कार्तिक की पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है.

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Body:शरद पूर्णिमा की समाप्ति होते ही कल्पवास मेला की शुरुआत हो जाती है जिसे कार्तिक स्नान भी कहा जाता है।कार्तिक माह के पहले दिन से लेकर पूर्णिमा तक अनवरत गंगा स्नान और पूजा-पाठ का दौर शुरू हो जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार 12 माह में कार्तिक माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है। क्योंकि इस महीने में सारे देवी देवताओं का पृथ्वी पर पदार्पण हो जाता है मतलब 1 महीने तक लगातार वे पृथ्वी पर रहते हैं। इस महीने को त्यौहार को का महीना भी कहा जाता है लक्ष्मी पूजा छठ पूजा, दीपा पूजा, सूर्य पूजा, विष्णु पूजा जैसे उत्सव मनाए जाते।

कार्तिक माह के दशमी के दिन आज श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी जैसे-जैसे कार्तिक माह बढ़ रही हो और श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ती जा रही है सुबह-सुबह दूर-दूर से महिलाएं आकर अलखनाथ घाट में गंगा स्नान कर पूजा करती हैं और अपने परिवार के लिए सुख और समृद्धि की कामना करती हैं वह स्थानीय लोगों द्वारा पूजा-पाठ सिंगार सहित कई तरह के दुकान लगाए गए। जैसे-जैसे कार्तिक माह के दिन बीत रहे और छठ नजदीक आ रही है वैसे उसे पूरा माहौल भक्तिमय होता जा रहा है। वही महिला श्रद्धालुओं ने गंगा नदी के किनारे माता गंगा की पूजा अर्चना की गीत गाए। वहीं कई महिलाएं एक महीना से गंगा स्नान कर कार्तिक माह का कथा सुन रही है।

सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए महिलाओं की भीड़ अलखनाथ घाट,उमानाथ घाट और बाढ़ के विभिन्न घाटों में उमड़ पड़ी है।वहीं महिलाएं स्नान कर पूजा पाठ की और अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। कई महिलाएं लगातार एक महीने तक गंगा स्नान कर पूजा पाठ करती हैं।

उत्तरायण गंगा के तट पर गंगा स्नान का इस महीने में इतना महत्व है कि लोग 1 महीने के लिए बनारस सिमरिया बाढ़ के उमा नाथधाम बाढ़ के अलखनाथ धाम चले आते हैं और 1 महीने तक लगातार गंगा स्नान पूजा पाठ करते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस महीने को चतुर्दिक मास भी कहा जाता है जो आषाढ़ महीने का अमावस्या से शुरू होकर कार्तिक की पूर्णिमा के दिन समाप्त होता है।

वाइट- सोनू पांडे lअलखनाथ घाट के पुजारी)




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