पटना(बाढ़): कोरोना संक्रमण के कारण इस साल पर्व-त्योहारों की रंगत फीकी नजर आ रही है. बिहार में लॉकडाउन होने के बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं. मंगलवार को बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न गंगा घाटों में अनंत चतुर्दशी को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. सभी श्रद्धालु गंगा स्नान कर अनंत भगवान की पूजा में जुटे.
अनंत पूजा के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने का विशेष महत्व होता है. बाढ़ में उत्तरायण गंगा होने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. पूरे भारतवर्ष में चार जगह पर उत्तरायण गंगा है. हरिद्वार, वाराणसी, बाढ़ और सुल्तानपुर उत्तरायण गंगा होने के कारण दूर-दराज के गांवों से लोग यहां पूजा पाठ करने के लिए आते हैं.
इस साल बना अद्भुत संयोग
बता दें कि भाद्रपद शुक्लपक्ष त्रयोदशी दिन 08:30 उपरांत चतुर्दशी हो जाएगा. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन अनंत चतुर्दशी मनाई जाती है. इस साल अनंत चतुर्दशी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं. जिनमें अनंत चतुर्दशी की पूजा का कई गुना लाभ प्राप्त होगा. उदयकाल से लेकर तीन मुहूर्त तक व्याप्त चतुर्दशी को करने का शास्त्र सम्मत विधान है. इस दिन अनंत कथा सुनने, अनंत धारण करने के साथ मीठा पकवान भगवान विष्णु को अर्पित कर प्रसाद स्वरूप परिजनों सहित ग्रहण करना पूर्ण फलदायी है.