पटना: बिहार में धूम-धाम से मनाये जाने वाले लोक आस्था के सबसे बड़े पर्व छठ को लेकर प्रदेशवासियों में उत्साह देखते ही बन रहा है. रोजगार या पढ़ाई के लिए प्रदेश से बाहर रह रहे लोग इस पर्व पर घर जरूर आते हैं. लिहाजा देश के दूसरे हिस्से से बिहार आने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है. जिससे सफर बहुत कठिन हो जाता है.
सरकारी व्यवस्था की घोर कमी
हांलाकि इस अवसर पर रेलवे स्पेशल ट्रेनें भी चलाता है लेकिन घर लौटने वाले लोगों की तादाद को देखते हुए ये व्यवस्था नाकाफी साबित होती है. बिहार लौट रहे लोगों ने पटना जंक्शन पर बताया कि हमारी कोशिश होती है कि छठ पर घर जरूर जाएं. इसके लिए बहुत पहले से ऑफिस में छुट्टी का आवेदन दे दे दिया जाता है ताकि समय पर छुट्टी मिल जाए लेकिन ट्रेनों में भीड़ की वजह से आने-जाने में बहुत परेशानी होती है.
ट्रेन में सफर के दौरान होती है परेशानी
लोगों ने बताया कि 18-20 घंटे का सफर करना होता है. पर्व के समय भीड़ बढ़ जाती है. ट्रेन में रिजर्वेशन होने पर भी बहुत मुश्किल से जगह मिल पाती है. ऐसे में बच्चों और बुजुर्ग लोगों को लेकर आना-जाना बहुत कठिन होता है. ट्रेन में खाने पीने की तो परेशानी होती ही है साथ ही शौचालय का इस्तेमाल करना भी दुभर हो जाता है. खासकर महिलाओं को तो ज्यादा परेशानी होती है.