पटनाः बिहार में साइबर फ्रॉड के मामले काफी बढ़ गए हैं. आए दिन कई लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं, लेकिन अगर सावधानी बरते तो इससे बचा जा सकता है. इसी साइबर फ्रॉड से बचने के लिए पटना के आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा कॉल सेंटर बनाया गया है. सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. किसी के साथ साइबर फ्रॉड होने पर 1930 पर कॉल करने पर आपके अकाउंट से निकले पैसे को रोक दिया जाता है. बिना सोचे समझे 1930 पर कॉल करें. फ्रॉड के पैसे को जिस बैंक में ट्रांसफर किया गया, उसे होल्ड कर दिया जाता है.
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EOU कर रही कार्रवाईः आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने साफ तौर से बताया है कि 1930 टोल फ्री नंबर (1930 Toll Free Number) है. इस पर साइबर फ्रॉड होने के बाद तुरंत शिकायत दर्ज कराएं. उन्होंने बताया कि अब तक 1930 पर 3,71,990 लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है. अगर प्रतिदिन कुल कॉल की संख्या बताएं तो 2,163 है. अब तक टोटल 19,178 साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज कराए गए हैं, जो प्रतिदिन 112 की संख्या में दर्ज कराई जाती है तथा प्रतिदिन लोगों की होल्ड कराई गई राशि 6,83,851 रुपये की है.
"रोकथाम के लिए कॉल सेंटर बनाया गया है. साइबर फ्रॉड होता है तो 1930 पर कॉल करे. जिस समय कॉल करेंगे, उसी वक्त 2 घंटे के अंदर बैंक से गायब हुए रुपए को होल्ड कराया जाएगा. इसके बाद केस दर्ज कर उसी आधार पर रुपए वापस कराए जाएंगे. बहुत सारे लोगों का रुपए वापस किया गया है." -नैय्यर हसनैन खान, एडीजी, EOU
3 बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाशः पोर्टल के माध्यम से थानों में दर्ज की गई कुल कांडों की संख्या 1018 है. राज्य स्तर पर आर्थिक अपराध इकाई बिहार पटना के द्वारा साइबर अपराधियों के संगठित गिरोह से निपटने के लिए साइबर इंटेलिजेंस व साइबर ऑपरेशन दल का भी गठन किया गया है. इसके द्वारा पिछले महीने 3 बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश भी किया गया है. बड़ी संख्या में अपराधियों की गिरफ्तारी भी की गई है.
20 करोड़ रुपए बैंक में होल्डः अगर अभी तक बात करें तो साइबर फ्रॉड में लगभग 20 करोड़ रुपए लोगों के विभिन्न बैंकों में होल्ड कराए गए हैं. धीरे-धीरे लोगों के अकाउंट में वह पैसा ट्रांसफर भी कराया जा रहा है. पटना के कॉल सेंटर में प्रतिदिन 100 से 150 कॉल आते हैं, जिसमें लगभग साइबर फ्रॉड के मामले तथा कई अन्य माध्यम से लोगों के पैसे चुराते हैं.