पटना: बिहार में कोरोना महामारी काफी तेजी से फैल रही है. इसे रोकने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयास को विपक्ष ने काफी कम बताया. साथ ही कोरोना मरीजों के इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से विपक्ष ने सरकार पर तंज कसा है.
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भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि राज्य में दिनों-दिन कोरोना संक्रमण काफी तेजी से बढ़ता ही जा रहा है. लेकिन कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज के लिए सरकार की ओर से जो प्रयास किए जाने चाहिए वो पूरे नहीं है. ये काफी असंतोषजनक है. राज्य सरकार कोरोना के खिलाफ युद्धस्तर पर कार्रवाई करने में असफल रही है. यही कारण है कि आज बिहार में त्राहिमाम मचा हुआ है. 19 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक भी हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए. लेकिन सरकार की ओर से इस दिशा में कोई भी प्रयास देखने को नहीं मिला.
सुझावों पर नहीं हुई कार्रवाई
भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि जिले में कोविड अस्पताल को बढ़ाए जाने की बात भी हमने बार-बार कही है. वहीं, पटना के सभी निजी अस्पतालों में भी 50 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित करवाने, जिला अस्पतालों में 1000 वेंटिलेटर सहित, 500 बेड वाले अस्पताल की व्यवस्था करने सहित कई विभिन्न सुझाव दिए थे. लेकिन इस पर सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
व्यापक व्यवस्था करने की मांग
इसलिए सरकार के रवैये से परेशान होकर हमने तय किया है कि 28 अप्रैल को अपने घर और कार्यालयों से पोस्टर के जरिए अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और जांच की व्यापक व्यवस्था करने की मांग करेंगे. सरकार से आग्रह करेंगे कि इसे जल्द से जल्द दुरुस्त करें. अगर हमारी बातें नहीं मानी जाती है तो हम राज्यव्यापी प्रदर्शन करेंगे.