पटना: माले के राज्यव्यापी विरोध दिवस के आह्वान पर भाकपा माले, आइसा, इंदौस, इंसाफ मंच के कार्यकर्ताओं ने गोरखपुर के डॉ. कफील खान की रिहाई को लेकर प्रतिवाद दिवस मनाया. राजधानी पटना के भाकपा कार्यालय में सभी कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपना विरोध दर्ज किया. कार्यकर्ताओं ने डॉ. खान की अविलंब रिहाई की मांग की.
इस मौके पर भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि उन्हें जेल में बस इसलिए रखा है क्योंकि उन्होंने सरकार का विरोध किया था. 2017 में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में सरकारी लापरवाही के कारण ऑक्सीजन के अभाव में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी. जिसके बाद डॉक्टर कफील ने इसके लिए सरकार की आलोचना की थी और बच्चों के मृत्यु का जिम्मेदार सरकार को ठहराया था.
सरकार की गलत नीति का विरोध
भाकपा माले के राज्य सचिव ने कहा कि सरकार ने डॉक्टर कफील खान के ऊपर पर ही बच्चों की मृत्यु का आरोप लगाकर उन्हें जेल भेज दिया. कई महीने जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली और वह बाहर आए. फिर से उन्होंने सरकार का विरोध किया इसके बाद सरकार ने उन्हें फिर से उन्हें जेल में डाल दिया. सरकार की इस गलत नीति का हमा विरोध करते हैं. हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार जल्द से जल्द डॉक्टर कफील को रिहा करें अन्यथा आगे आंदोलन तेज होगा.