पटना: राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त करने के खिलाफ (CPI ML in support of Rahul Gandhi) भाकपा माले सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. भाकपा माले ने कारगिल चौक पर नागरिक प्रतिवाद का आयोजन किया. पार्टी के तमाम विधायक और बड़े नेता मौजूद रहे. पार्टी नेताओं ने कहा कि अदाणी के घोटालों में घिरी मोदी सरकार अब कोर्ट के जरिए विपक्ष की आवाज को खत्म करना चाहती है. राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त करके सिर्फ राहुल गांधी पर नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र पर हमला किया गया है.
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लोकतंत्र का गला घोटने जैसा: माले विधायक मनोज मंजिल ने कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव के समय कर्नाटक में भाषण दिया था कि नीरव मोदी, ललित मोदी जैसे जितने मोदी हैं सभी चोर हैं. सभी के सरदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जो महाचोर हैं. राहुल गांधी ने मोदी नाम के घोटाले बाजों को चोर कहा ना कि पूरे समुदाय को. कोर्ट की तरफ से अभी सजा सस्पेंडेड है लेकिन जितनी जल्दी बाजी में राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त की गई वह लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है.
फासीवादी शासन मॉडल: भाकपा माले विधायक सुदामा प्रसाद ने कहा कि भाजपा अपने राजनीतिक विरोधियों के दमन में न्यायालयों से लेकर ईडी और सीबीआई सबका दुरुपयोग कर रही है. देश में महंगाई बेरोजगारी चरम पर है. लोगों में गुस्सा है और लोकसभा अध्यक्ष जल्दीबाजी में संसद की सदस्यता समाप्त करने का निर्णय ले रहे हैं. यह पूरी तरह से विनाश काले विपरीत बुद्धि है. भाजपा का विनाश होने जा रहा है, संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. बिहार की धरती से हमेशा प्रतिरोध की आंधी उठी है. इस बार भी बिहार इस निरंकुश फासीवादी शासन मॉडल को शिकस्त देगा.
"अदाणी घोटाले में घिरी मोदी सरकार अदाणी के दबाव में है. उनके दबाव में ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म की गई है. पूरे देश में जहां भी विपक्ष है सभी जगह केंद्रीय एजेंसियों और कोर्ट के माध्यम से सरकार विपक्ष को खत्म करने में लगी हुई है. समय की मांग है कि विपक्ष को एकजुट होकर इस निरंकुश ताकत से लड़ना होगा"- मनोज मंजिल, विधायक, भाकपा माले