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पटना: भाकपा माले ने कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर निकाला कैंडल मार्च - three agricultural laws

पटना में गणतंत्र दिवस के पूर्व संध्या पर भाकपा माले ने राज्यव्यापी आह्वान पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला गया. वहीं, भाकपा माले सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि कृषि कानूनों को रद्द होने तक आंदोलन जारी रहेगा.

कैंडिल मार्च
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Published : Jan 25, 2021, 11:48 PM IST

Updated : Jan 26, 2021, 5:15 AM IST

पटना: तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर भाकपा माले ने जमकर प्रदर्शन किया. भाकपा माले के आह्वान पर जीपीओ गोलंबर से बुद्धा स्मृति पार्क तक कैंडल मार्च निकाला गया. इसके बाद बुद्ध स्मृति पार्क के पास सभा भी की गई.

'देश में चल रहे किसान आंदोलन ने आजादी के आंदोलन के समय जैसी स्थिति पैदा की है. आज पूरा देश मोदी सरकार की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ एकजुट हो रहा है. देश की जनता किसान आंदोलन के पक्ष में मजबूती से खड़ी है. किसान आंदोलन में अब केवल किसान ही नहीं, बल्कि देश के आम लोग भी शामिल होने लगे हैं.'- धीरेंद्र झा, सदस्य, भाकपा माले

पढ़ें: किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार में भी ट्रैक्टर मार्च, पटना में नहीं मिली इजाजत

आंदोलन जारी रहने से किसानों को मिलेगी मजबूती
केंद्र सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को लागू कर देश में कंपनी राज की स्थापना करना चाहती है. जो हम हरगिज होने नहीं देंगे. किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जब तक सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को रद्द नहीं कर दे. तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी. बिहार में भी मजबूती के साथ 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा और आगामी 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाई जाएगी और किसान आंदोलन को और मजबूती प्रदान किया जाएगा.

पटना: तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी को कानूनी दर्जा देने की मांग को लेकर भाकपा माले ने जमकर प्रदर्शन किया. भाकपा माले के आह्वान पर जीपीओ गोलंबर से बुद्धा स्मृति पार्क तक कैंडल मार्च निकाला गया. इसके बाद बुद्ध स्मृति पार्क के पास सभा भी की गई.

'देश में चल रहे किसान आंदोलन ने आजादी के आंदोलन के समय जैसी स्थिति पैदा की है. आज पूरा देश मोदी सरकार की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ एकजुट हो रहा है. देश की जनता किसान आंदोलन के पक्ष में मजबूती से खड़ी है. किसान आंदोलन में अब केवल किसान ही नहीं, बल्कि देश के आम लोग भी शामिल होने लगे हैं.'- धीरेंद्र झा, सदस्य, भाकपा माले

पढ़ें: किसान आंदोलन के समर्थन में बिहार में भी ट्रैक्टर मार्च, पटना में नहीं मिली इजाजत

आंदोलन जारी रहने से किसानों को मिलेगी मजबूती
केंद्र सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को लागू कर देश में कंपनी राज की स्थापना करना चाहती है. जो हम हरगिज होने नहीं देंगे. किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और जब तक सरकार तीनों कृषि विरोधी काले कानून को रद्द नहीं कर दे. तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी. बिहार में भी मजबूती के साथ 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा और आगामी 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाई जाएगी और किसान आंदोलन को और मजबूती प्रदान किया जाएगा.

Last Updated : Jan 26, 2021, 5:15 AM IST
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