पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों शोरों से चल रही है. सभी दल अपने-अपने स्तर से चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी हैं. सीपीआई और सीपीआईएम भी चुनाव की तैयारियों में लग चुके हैं. सत्ताधारी दल वर्चुअल तरीके से चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जिस पर वामदलों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि वर्चुअल चुनाव प्रचार का हम विरोध करते हैं.
वहीं, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर दो दिवसीय राज्य कार्यकारिणी और जिला सचिवों की बैठक की गई. बैठक में मुख्य रूप से चुनाव की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया.
क्या कहते हैं सीपीआई के राज्य सचिव
सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडे ने बताया कि हमारी तैयारी सालों भर चलती है, क्योंकि हमारी पार्टी जनता से जुड़ी हुई पार्टी है और हमेशा जन समस्याओं को लेकर के आंदोलन करते रहती है. हम चुनाव प्रचार बैठक, छोटी-छोटी सभा घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 243 विधानसभा सीटों पर हमारे पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लगातार कार्य कर रहे हैं.
'वर्चुअल चुनाव प्रचार में जन भागीदारी नहीं'
सीपीआईएम के राज्य सचिव अवधेश सिंह ने कहा की वर्चुअल चुनाव प्रचार में जन भागीदारी नहीं हो पाती है. इसलिए हम शुरू से ही वर्चुअल चुनाव प्रचार का विरोध कर रहे हैं. हमारी पार्टी परंपरागत तरीके से चुनाव प्रचार कर रही है और आगे भी करेगी. कोरोना महामारी से बचाओ के सभी इंतजाम और सावधानियां बरते हुए हमारे पार्टी के नेता घर घर जाकर लोगों से मिलेंगे, छोटी-छोटी सभाएं करेंगे ,नुक्कड़ नाटक करेंगे और जनता की पूरी भागीदारी करते हुए चुनाव प्रचार करेंगे.