पटनाः बीजेपी ने इस बार वर्तमान सांसद सीपी ठाकुर के बेटे विवेक ठाकुर को राज्यसभा के लिए टिकट दिया है. टिकट कटने पर सीपी ठाकुर ने कहा कि पार्टी का कुछ फॉर्मूला है उम्र को लेकर और उसी कारण फैसला लिया गया है. बेटे को टिकट दिए जाने पर वंशवाद का आरोप लगने को लेकर सीपी ठाकुर ने कहा कि वंशवाद नहीं, पार्टी के प्रति किए गए काम का इनाम है.
'उम्र को लेकर पार्टी का है कुछ फार्मूला'
बीजेपी ने इस बार आर के सिन्हा और सीपी ठाकुर के स्थान पर विवेक ठाकुर को राज्यसभा के लिए टिकट दिया है. इन दोनों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. विवेक ठाकुर वर्तमान सांसद सीपी ठाकुर के बेटे हैं, कुछ समय के लिए विधान पार्षद भी रह चुके हैं. बेटे को टिकट दिए जाने पर सीपी ठाकुर ने कहा कि पार्टी का उम्र को लेकर कुछ फार्मूला है और उसी के तहत पार्टी ने मुझे इस बार राज्यसभा नहीं भेजने का फैसला लिया है.
'लगातार पार्टी के लिए काम कर रहे विवेक ठाकुर'
विवेक ठाकुर को टिकट दिए जाने के कारण वंशवाद का आरोप बीजेपी पर लग रहा है. इस पर सीपी ठाकुर ने सफाई दी कि यह वंशवाद नहीं है विवेक ठाकुर लगातार पार्टी के लिए काम करते रहे हैं और मैंने भी पार्टी की लंबे समय तक सेवा की है तो उसका इनाम है. सीपी ठाकुर ने आरजेडी की ओर से भी संबंध कैंडिडेट दिए जाने पर कहा कि इस बार सवर्ण का महत्व बढ़ा है और इसका असर विधानसभा चुनाव पर भी दिखेगा.
आलाकमान के पास भेजा था 6 नाम
बिहार से बीजेपी कोर कमेटी ने बैठक कर छह नामों को आलाकमान के पास भेजा था. वर्तमान सांसद आरके सिंहा की बेटे की दावेदारी भी थी. लेकिन सीपी ठाकुर के बेटे को ही पार्टी ने मौका दिया है. इसको लेकर आर के सिन्हा के समर्थकों में नाराजगी भी है. लेकिन फिलहाल सीपी ठाकुर वंशवाद के आरोप को पूरी तरह नकार रहे हैं.