पटना: देश के कई राज्यों में कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variants) का मामला काफी बढ़ रहा है. चिकित्सा जगत से जुड़े विशेषज्ञ आशंका जाहिर कर रहे हैं कि अगस्त में संक्रमण की तीसरी लहर आने की संभावना है. जिससे देशभर में डेल्टा प्लस वेरिएंट कहर बरपाएगा. ऐसी परिस्थिति में भी बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों कोरोना जांच में कमी देखी जा रही है.
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बता दें कि प्रदेश में संक्रमण की स्थिति काफी कंट्रोल में है और डेल्टा प्लस का एक भी मामला सामने नहीं आया है. लेकिन पटना के सार्वजनिक परिवहन के स्थान जैसे कि एयरपोर्ट (Patna Airport) और रेलवे स्टेशनों (Patna Railway Station) पर कोरोना संक्रमण की जांच में काफी कमी देखने को मिली है. बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पटना के सभी रेलवे स्टेशनों और एयरपोर्ट पर कोरोना जांच के लिए टीम की तैनाती की गई है, जो तीन शिफ्ट में 24 घंटे कोरोना जांच में लगे रहते हैं.
पटना जंक्शन पर बीते 7 दिनों से प्रतिदिन कोरोना जांच का दिनभर का आंकड़ा 5000 से 6000 के बीच ही रह जा रहा है. जंक्शन पर मौजूद कोरोना जांच के प्रभारी ने जानकारी दी कि अब कोरोना जांच उन्हीं लोगों की होती है जिन यात्रियों को आरपीएफ के माध्यम से जांच के लिए लाया जाता है. लोग पहले जैसे जांच कराने के इच्छुक भी नहीं रहे हैं.
'सभी जगह कोरोना जांच तत्परता से चल रही है. पटना का पाटलिपुत्र स्टेशन, दानापुर स्टेशन, पटना जंक्शन समेत राजेंद्र नगर टर्मिनल या बस स्टैंड, सभी जगहों पर 24 घंटे जांच चल रहा है. बीते कुछ दिनों में पटना एयरपोर्ट पर जांच में कमी जरूर आई है. इसे देखते हुए एक नोडल को लगा दिया गया है, जो यह जांच करेंगे कि आखिर जांच कम क्यों हो रहे हैं.' -डॉ विभा कुमारी, जिला सिविल सर्जन
डॉ विभा कुमारी ने कहा कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर एयरपोर्ट के अधिकारियों से बात करेंगी. पटना जिलाधिकारी के ओर से पत्र निर्गत हुआ है कि अभी के समय कोरोना संक्रमण के मामले कम हुए हैं. ऐसे में सभी का कोरोना जांच अनिवार्य नहीं है. वहीं तीसरे वेब की संभावना को लेकर जिले में तैयारियां पूरी हैं. जिले में टेस्टिंग के लिए भी पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं.