पटना: कोरोना संक्रमण के कारण 10 महीने से बंद पड़े स्कूलों को 4 जनवरी से खोला दिया गया है. सरकार के तरफ से दावा किया गया कि सभी स्कूलों में कोरोना गाइड लाइन के तहत पढ़ाई की जाएगी. इसी बीच 7 जनवरी को मुंगेर के एक स्कूल में 25 छात्र और शिक्षक कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद सरकार ने फैसला लिया कि सभी स्कूलों में रेंडमली छात्रों की कोरोना जांच होगी.
कोरोना जांच का सरकारी दावा हवा-हवाई
इस जांच की शुरुआत आज यानी सोमवार से होनी थी. लेकिन स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग का कोई जांच दल नही पहुंचा. जिसके कारण बच्चों की कोरोना जांच नहीं हो पाई. शिक्षा विभाग ने बच्चों की कोरोना जांच का जो दावा किया गया था उसकी जमीनी हकीकत देखने ईटीवी भारत के संवाददाता पहुंचे. इस दौरान पटना के गर्दनीबाग के एक स्कूल का जायजा लेने पर पाया गया कि कोरोना जांच का सरकारी दावा हवा-हवाई है.
ये भी पढ़ें:- भक्त चरण दास के स्वागत के लिए पटना एयरपोर्ट ढोल नगाड़े के साथ पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ता
सरकार की तरफ से नहीं मिला कोई आदेश
वहीं इस संबंध में स्कूल के प्राचार्य ने कहा कि अभी हमारे स्कूल में जांच को लेकर कोई सूचना नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि बच्चों की कोरोना जांच कब होनी है, कैसे होनी है इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है. वहीं सिविल सर्जन ने कहा है कि अभी सरकार की तरफ से कोई आदेश नहीं आया है. जैसे ही कोई आदेश आता है तो हम कोरोना जांच कराने के लिए तैयार हैं.