पटनाः कोरोना वायरस के केस (Corona Virus Cases) एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. खासकर केरल (Corona in Kerala) और महाराष्ट्र में मिल रहे कोरोना के मरीजों ने एक बार फिर से चिंता बढ़ा दी है. कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए बिहार सरकार (Bihar Government) भी गंभीर दिख रही है. लेकिन चिंता की बात यह है कि पटना जंक्शन पर कोविड जांच में लापरवाही बरती जा रही है. काउंटर तो बना दिया गया है, लेकिन लोगों की जांच नहीं हो रही है. लोगों को रोकने पर भी लोग जांच के लिए नहीं रुक रहे हैं.
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स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को ही निर्देश जारी कर दिया था कि महाराष्ट्र और केरल से आने वाले यात्रियों को RT-PCR निगेटिव जांच लेकर आना होगा. जिन यात्रियों के पास RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट नहीं होगा तो उनका तत्काल एंटीजन किट के माध्यम से जांच किया जाएगा.
इसके लिए एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर स्वास्थ्य कर्मी की ड्यूटी लगाई गई है. ईटीवी भारत की टीम ने पटना जंक्शन पर बने जांच काउंटर की रियलिटी चेक की तो पाया कि किसी भी यात्रियों को रोका नहीं जा रहा है. ना ही उनसे कोई RT-PCR या किसी तरह की पूछताछ की जा रही है.
पटना जंक्शन की तस्वीरें परेशान करने वाली थी. बहुत सारे ऐसे यात्री थे जो बिना मास्क के घूमते नजर आए और स्वास्थ्य कर्मी अपनी कुर्सी पर बैठे रहे. पटना जंक्शन के गेट नंबर 3 के पास 4 एएनएम को लगाया गया है.
दोपहर के लगभग 2 बज रहे थे, उसी वक्त मुंबई-पटना सुविधा स्पेशल 03260 पहुंची. काफी संख्या में यात्री गेट नंबर तीन के सामने से निकलते दिखे. जहां स्वास्थकर्मी मूकदर्शक बनी रही. हालांकि कुछ यात्री अपनी मर्जी से कोविड-जांच कराने के लिए काउंटर पर पहुंचे. जिनका एएनएम ने एंटीजन सैंपल से जांच किया.
बता दें कि पटना जंक्शन पर 4 गेट हैं जहां से यात्री आ जा सकते हैं. गेट नंबर 3 पर जांच की व्यवस्था की गई है. लेकिन यात्रियों से कोई पूछताछ करने वाले नजर नहीं आ रहे है. जबकि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार आदेश दिया जा रहा है कि पटना जंक्शन और एयरपोर्ट पर यात्रियों से जांच के बारे में पूछा जाए. कहीं ना कहीं यह लापरवाही सरकार और लोगों के लिए भी मुसीबत बन सकती है.
हमने पटना जंक्शन पर जांच में लगी एएनएम ममता कुमारी से बात की. ममता कुमारी ने बताया कि सुबह से लेकर अभी तक 160 यात्रियों की जांच हुई है. एनएम का कहना है कि यात्रियों को रुकवाया जा रहा है. लेकिन रुक नहीं रहे हैं. लेकिन हमने जो तस्वीर दिखाया, उस तस्वीर में यह साफ दिख रहा है कि सभी एएनएम कुर्सी पर बैठकर अपनी ड्यूटी कर रही हैं. एक सिपाही भी बैठे हैं.
कैमरे को देख ड्यूटी में जुट गए. हमने जब उनसे सवाल किया कि इस तरह की लापरवाही से क्या बिहार में संक्रमण बढ़ सकता है. तो उन्होंने सर हिलाते हुए कहा कि बिल्कुल बढ़ सकता है. फिर हमने सवाल किया कि स्वास्थ विभाग द्वारा क्या आदेश मिला है. किन यात्रियों की जांच करनी है. उन्होंने बताया कि केरल और महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की जांच करनी है और जो अपनी मर्जी से जांच कराने आते हैं, उनकी जांच करनी है.
सवाल अब यह उठ रहे हैं कि सरकार के आदेश के बाद भी पटना जंक्शन पर कौन यात्री केरल और महाराष्ट्र से आ रहे हैं, उन्होंने जांच कराया है या नहीं? इसका कोई पूछताछ करने वाला नजर नहीं आ रहा है. इसकी व्यवस्था होनी चाहिए.
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