पटनाः बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona Infection In Bihar) का प्रभाव अब अस्पतालों (Corona Effect On Hospitals Due to corona) पर पड़ने लगा है. लिहाजा अस्पताल प्रशासन ने भी एहतियात के जरुरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. इस कड़ी में शुक्रवार से पटना के आईजीआइएमएस में ओपीडी में ट्रीटमेंट के लिए मरीजों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया गया है.
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एहतियात के तौर पर मरीजों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ही डॉक्टरों से मिलने की इजाजत होगी. वहीं डॉक्टरों से परामर्श या इलाज के लिए यह भी जरुरी है कि उनका या उनके परिजनों का कोविड टेस्ट हुआ हो. संस्थान के अधीक्षक मनीष मंडल ने यह जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए आज से अस्पताल के हर विभाग के 50 मरीजों का ही इलाज होगा. इससे भीड़भाड़ की स्थिति से बचा जा सकेगा. अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे से लोगों को बचाना है और उनकी बीमारियों का इलाज भी करना है, लिहाजा यह व्यवस्था शुरू की गई है.
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बता दें कि पटना के आईजीआइएमएस में बिहार के विभिन्न जिलों से सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज के पहुंचते हैं. यहां कोविड का अलग वार्ड बनाया गया है. संस्थान में 50 बेड आईसीयू के हैं, जो कोविड मरीजों के लिए रखा गया है. साथ ही बच्चों के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की गई है.
खासतौर पर बच्चों के इलाज के लिए अलग से 80 आईसीयू बेड लगाए गए हैं, जिनपर कोविड संक्रमित बच्चों का इलाज किया जाता है. कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अस्पताल ने तैयारियां मुकम्मल कर ली है. बावजूद संक्रमण से बचने के लिए हमें कोविड नियमों का पालन जरुर करना चाहिए.
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