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पटना में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सेल की शुरुआत, बाहर से आए लोगों पर रहेगी सख्त नजर

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Published : Dec 17, 2021, 2:31 PM IST

पटना में बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति ने कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सेल की शुरुआत की. डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह (DM Dr Chandrashekhar Singh) ने कहा कि अभी हाल में जो पॉजिटिव लोग मिले हैं, उसमें अधिकांश क्लोज कॉन्टेक्ट वाले ही हैं.

डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह
डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह

पटनाः प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी (Corona cases increasing in Patna) से बढ़ रहे हैं और राजधानी पटना में कोरोना के सर्वाधिक एक्टिव मामले हैं. इसे देखते हुए पटना में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सेल (Contact tracing cell start in patna) की शुरूआत की गई है. जिला स्वास्थ समिति में भी ट्रेसिंग सेल को एक्टिवेट कर दिया गया है. ताकि कंट्रोल रूम से टीम कोरोना पॉजिटिव लोगों से बात कर उनके क्लोज कॉन्टेक्ट में आए लोगों का पता लगा सके. ट्रेसिंग सेल ऐसे लोगों का फीडबैक लेगी और जरूरत पड़ने पर उनकी कोरोना जांच भी कराई जाएगी.

ये भी पढ़ेंः फिर से बढ़ने लगा राजधानी में कोरोना का मामला, पटना की एजी कॉलोनी में बुजुर्ग की मौत

जिला में पहले से ही कोविड कंट्रोल रूम, निबंधन और परामर्श केंद्र कार्यरत हो चुके हैं. इसका टेलीफोन नंबर-0612- 2219080, 2249964 है. इस नंबर पर तीन शिफ्ट में कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि लोग कोरोना से संबंधित कोई भी जानकारी आसानी से प्राप्त करें.

जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उनके कॉन्टेक्ट हुए लोगों का पहले भी ट्रेसिंग कर जांच किया जाता था. लेकिन ट्रेसिंग सेल के खुलने से ट्रेसिंग को लेकर एक जिम्मेदारी तय होगी. फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री के जो लोग वापस पटना लौट रहे हैं, उनकी जांच हुई या नहीं, इसकी जवाबदेही उन पर होगी. इसके साथ ही कोरोना कंट्रोल करने में स्वास्थ्यकर्मियों को सहूलियत भी होगी.

देखें वीडियो

यह भी पढ़ें- WHO ने गंभीर परिणाम की दी चेतावनी, कहा- ओमीक्रोन से संबंधित जोखिम 'बहुत अधिक'

वहीं, पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए जिले में तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं. कोरोना मानदंडों का लोग पालन करें, इसके लिए धावा दल की टीम सड़क पर घूम रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अभी हमें डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि जहां भी लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं, उनके आस पास के संपर्क के लोगों की जांच की जा रही है. उसमें काफी लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं.

'अभी हाल में जो पॉजिटिव लोग मिले हैं, उसमें अधिकांश क्लोज कॉन्टेक्ट वाले ही हैं. ऐसे में डरने की आवश्यकता नहीं है लेकिन हमें कोरोना मानदंडों का गंभीरता से पालन करने की जरूरत है. अभी के समय में जहां एक केस मिल रहे हैं, वही 3-4 अन्य केस मिल जा रहे हैं. कई जगह एक परिवार के 7 से 8 लोग संक्रमित मिल जा रहे हैं. ऐसे में नगर निगम को सैनिटाइजेशन के लिए कहा गया है. जिस अपार्टमेंट या जिस कॉलोनी में अधिक लोग संक्रमित मिल रहे हैं, उस जगह का नियमित सैनिटाइजेशन हो, इसके लिए निर्देश दिया जा चुका है' - डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह, डीएम

इसे भी पढ़ें- समस्तीपुर के सब-रजिस्ट्रार के 3 ठिकानों पर छापेमारी, संपत्ति खंगालने में जुटी निगरानी की टीम

वहीं, नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं दी जा रही कि किस इलाके में कितने संक्रमित हैं. ऐसे में जानकारी के अभाव होने की वजह से इलाकों में सैनिटाइजेशन के लिए टीम नहीं जा पा रही. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अगर विभाग की तरफ से जानकारी दी जाएगी कि किसी कॉलोनी के उक्त मकान में संक्रमित मिले हैं, तो वह टीम भेजेंगे और उस इलाके का सैनिटाइजेशन कराएंगे.

बता दें कि पटना में फिलहाल एक्टिव मामलों की संख्या 61 है. बीते 24 घंटे में 3 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें दो लंदन से लौटे व्यक्ति हैं और एक झारखंड के व्यक्ति हैं. जिनकी जांच पीएमसीएच में हुई और रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. प्रदेश में अभी के समय एक्टिव मामले की संख्या 83 है. लेकिन राजधानी पटना में प्रदेश के लगभग 80 फीसदी एक्टिव केस है.

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पटनाः प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी (Corona cases increasing in Patna) से बढ़ रहे हैं और राजधानी पटना में कोरोना के सर्वाधिक एक्टिव मामले हैं. इसे देखते हुए पटना में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सेल (Contact tracing cell start in patna) की शुरूआत की गई है. जिला स्वास्थ समिति में भी ट्रेसिंग सेल को एक्टिवेट कर दिया गया है. ताकि कंट्रोल रूम से टीम कोरोना पॉजिटिव लोगों से बात कर उनके क्लोज कॉन्टेक्ट में आए लोगों का पता लगा सके. ट्रेसिंग सेल ऐसे लोगों का फीडबैक लेगी और जरूरत पड़ने पर उनकी कोरोना जांच भी कराई जाएगी.

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जिला में पहले से ही कोविड कंट्रोल रूम, निबंधन और परामर्श केंद्र कार्यरत हो चुके हैं. इसका टेलीफोन नंबर-0612- 2219080, 2249964 है. इस नंबर पर तीन शिफ्ट में कर्मियों की तैनाती की गई है ताकि लोग कोरोना से संबंधित कोई भी जानकारी आसानी से प्राप्त करें.

जिला सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उनके कॉन्टेक्ट हुए लोगों का पहले भी ट्रेसिंग कर जांच किया जाता था. लेकिन ट्रेसिंग सेल के खुलने से ट्रेसिंग को लेकर एक जिम्मेदारी तय होगी. फॉरेन ट्रैवल हिस्ट्री के जो लोग वापस पटना लौट रहे हैं, उनकी जांच हुई या नहीं, इसकी जवाबदेही उन पर होगी. इसके साथ ही कोरोना कंट्रोल करने में स्वास्थ्यकर्मियों को सहूलियत भी होगी.

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वहीं, पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि कोरोना को कंट्रोल करने के लिए जिले में तमाम व्यवस्थाएं की जा रही हैं. कोरोना मानदंडों का लोग पालन करें, इसके लिए धावा दल की टीम सड़क पर घूम रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अभी हमें डरने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि जहां भी लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं, उनके आस पास के संपर्क के लोगों की जांच की जा रही है. उसमें काफी लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं.

'अभी हाल में जो पॉजिटिव लोग मिले हैं, उसमें अधिकांश क्लोज कॉन्टेक्ट वाले ही हैं. ऐसे में डरने की आवश्यकता नहीं है लेकिन हमें कोरोना मानदंडों का गंभीरता से पालन करने की जरूरत है. अभी के समय में जहां एक केस मिल रहे हैं, वही 3-4 अन्य केस मिल जा रहे हैं. कई जगह एक परिवार के 7 से 8 लोग संक्रमित मिल जा रहे हैं. ऐसे में नगर निगम को सैनिटाइजेशन के लिए कहा गया है. जिस अपार्टमेंट या जिस कॉलोनी में अधिक लोग संक्रमित मिल रहे हैं, उस जगह का नियमित सैनिटाइजेशन हो, इसके लिए निर्देश दिया जा चुका है' - डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह, डीएम

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वहीं, नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं दी जा रही कि किस इलाके में कितने संक्रमित हैं. ऐसे में जानकारी के अभाव होने की वजह से इलाकों में सैनिटाइजेशन के लिए टीम नहीं जा पा रही. अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अगर विभाग की तरफ से जानकारी दी जाएगी कि किसी कॉलोनी के उक्त मकान में संक्रमित मिले हैं, तो वह टीम भेजेंगे और उस इलाके का सैनिटाइजेशन कराएंगे.

बता दें कि पटना में फिलहाल एक्टिव मामलों की संख्या 61 है. बीते 24 घंटे में 3 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें दो लंदन से लौटे व्यक्ति हैं और एक झारखंड के व्यक्ति हैं. जिनकी जांच पीएमसीएच में हुई और रिपोर्ट पॉजिटिव मिली. प्रदेश में अभी के समय एक्टिव मामले की संख्या 83 है. लेकिन राजधानी पटना में प्रदेश के लगभग 80 फीसदी एक्टिव केस है.

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