पटना: बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का मानसून सत्र चल रहा है. विपक्ष कई योजनाओं को लेकर सरकार को सदन में घेर रहा है. वहीं कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा (MLC Premchandra Mishra) ने उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahanwaz Hussain) के उस बयान पर तंज कसा जिसमें राज्य में इथेनॉल उद्योग लगाने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ घोषणा करती है. जमीन पर कुछ दिखता नहीं है.
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कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने शाहनवाज हुसैन पर तंज कसते हुए कहा कि नये-नये मंत्री बने हैं. आज उन्हें उद्योग दिख रहा है. बिहार में 15 साल से उद्योग विभाग बीजेपी के पास रहा है. उन्होंने क्या किया, एक बंद चीनी मिल भी नहीं खुलवा सके और युवाओं को रोजगार के लिए लोन देने की बात करते हैं. ये सिर्फ इनकी घोषणा ही रह जाएगी, क्योंकि ये सिर्फ बोलते हैं.
'स्वास्थ्य मंत्री ने सदन में कहा कि डॉक्टरों की बहाली हो रही है. हमने कहा अभी आपको डॉक्टर की बहाली याद आयी है. वैसे ही रोजगार को लेकर भी ये सरकार सिर्फ हवाबाजी करती है. कुछ करके दिखाए तब ही जनता समझेगी.' :- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस विधान पार्षद
वहीं, प्रेमचंद्र मिश्रा के बयान पर जदयू एमएलसी नीरज कुमार (MLC Neeraj Kumar) ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के लोग किस मुंह से इस तरह की बात कह रहे हैं. वो बताएंगे कि जब उनका राज था तो बिहार में सड़क और बिजली का क्या हाल था और आज क्या है. आज सरकार रोजगार को लेकर नए-नए उपाय कर रही है. अब तो राज्य का माहौल ऐसा हो गया है कि बिहार में इथेनॉल उद्योग लगाने के प्रस्ताव भी कई उद्योगपतियों ने दिये हैं.
'विपक्ष के लोंगो ने तो अपने समय में चीनी मिल को भी बंद करवा दिया था. आज वे उद्योग और रोजगार पर हमारी सरकार को घेर रहे हैं जो गलत है.' :- नीरज कुमार, जदयू विधान पार्षद
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बता दें कि इसी वर्ष बिहार इथेनॉल उत्पादन प्रोत्साहन पॉलिसी 2021 को लांच किया गया. इसके बाद काफी संख्या में निवेशकों ने प्रदेश में इथेनॉल उद्योग इकाई (Ethanol Industry Unit) लगाने में रूचि दिखाई है. पॉलिसी लांच होने के बाद उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा था कि इथेनॉल पॉलिसी लांच होने के बाद काफी संख्या में निवेशक बिहार आ रहे हैं.
शाहनवाह हुसैन ने कहा था कि लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के बावजूद 33 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव आए हैं. बिहार में ईथेनॉल उद्योग के लिए कुल 30,008.45 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गई है. इसके लिए स्टेज-1 का क्लीयरेंस भी दे दिया गया है. देश में इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी लाने वाला पहला राज्य बिहार है. 147 इथेनॉल औद्योगिक इकाईयों की स्थापना को लेकर तेजी से काम चल रहा है.