पटना: राजधानी पटना स्थित कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम (Congress Office Sadaqat Ashram) में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Congress leader Kanhaiya Kumar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती को लेकर जो अग्निपथ योजना लाई है, वह भारत के युवाओं के साथ विश्वासघात है. कहीं से भी इस योजना में युवाओं का भविष्य नहीं दिख रहा है. केंद्र सरकार को इस योजना को फौरन वापस लेनी चाहिए.
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कन्हैया का केंद्र पर हमला: कन्हैया कुमार ने मोदी सरकार द्वारा लिए गए कई फैसले पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से लेकर जीएसटी तक, जो भारत में मोदी सरकार द्वारा लाया गया. उससे किसी से कोई फायदा नहीं हुआ है. इससे सिर्फ बड़े व्यापारियों को फायदा पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान बिल लाया गया और उस किसान बिल का क्या हुआ, यह पूरे देश की जनता ने देखा है. चुनाव के समय आते-आते कृषि बिल को वापस लेना पड़ा.
अग्निपथ योजना सेना के लिए ठीक नहीं: कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसान की मौत हुई और सरकार लगातार कहती रही कि इस बिल को किसी भी हालत में वापस नहीं लेंगे. लेकिन चुनाव आने से पहले कृषि बिल को वापस कर लिया. ये सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और युवाओं के लिए जो अग्निपथ योजना लाई है, यह भी विफल होगी. कन्हैया कुमार ने कहा कि सेना में बड़े-बड़े अधिकारी के पोस्ट पर काम किए हुए लोगों का मानना है कि यह योजना सेना के लिए ठीक नहीं है.
"बिपिन रावत जो सेना के अधिकारी थे, उन्होंने भी एक बार जिक्र किया था कि सेना के नौकरी का जो समय है, उसे बढ़ाया जाए क्योंकि जिस सेना को अपनी नौकरी की चिंता होगी, वो ठीक ढंग से काम नहीं कर पाएंगे और इस बार अग्नीपथ योजना में 4 साल ही सेना को रखने का प्रावधान केंद्र सरकार ने लागू करने की बात कही है. जो गलत है. युवाओं के भविष्य के साथ वर्तमान सरकार खिलवाड़ करना चाहती है, जो कांग्रेस नहीं होने देगी. देश भर में कांग्रेस इस योजना का लगातार विरोध कर रही है और करती रहेगी, जब तक की अग्निपथ योजना को सरकार वापस नहीं ले लेगी."- कन्हैया कुमार, कांग्रेस नेता
4 साल के लिए होगी भर्ती: गौरतलब है कि इस योजना के तहत थलसेना, नौसेना और वायुसेना में चार साल के लिए नई भर्तियां होंगी. चार साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को पेंशन जैसी सुविधाओं के बगैर ही सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा. शेष 25 प्रतिशत को भारतीय सेना में नियमित रखने का प्रावधान किया गया है. अग्निपथ स्कीम (Agnipath scheme) को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी है.
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