पटना: लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap yadav) ने पूरी तरह से जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. जगदानंद और तेज प्रताप मामले को लेकर कांग्रेस ने कहा कि किसी को अपमानित करना ठीक नहीं है. वहीं बीजेपी को आरजेडी पर निशाना साधने का एक बड़ा मौका मिल गया है. बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने जगदानंद सिंह को चेत जाने की नसीहत तक दे डाली है.
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कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने इस मुद्दे पर कहा कि राजद का यह अंदरूनी मामला है. निश्चित तौर पर हम इस पर कुछ नहीं कर सकते हैं लेकिन बहुत जल्द ही इस मामले को सुलझा लिया जाएगा.
राजद का यह अंदरूनी मामला है इस पर कांग्रेस के लोग कोई जवाब नहीं देंगे. यह सब होता रहता है. राजद में तेजस्वी, लालू, तेज प्रताप, जगदानंद सब एक ही है. किसी का भी अपमान नहीं होना चाहिए चाहे वो वरिष्ठ नेता हो या कोई हो.- अजीत शर्मा, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता
कुल मिलाकर देखें तो कांग्रेस भी मान रही है कि तेज प्रताप जिस तरह से लगातार जगदानंद सिंह को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं वह सही नहीं है. कांग्रेस नेता ने साफ कहा कि बड़े बुजुर्गों का सम्मान होना चाहिए यानी किसी तरह की बयानबाजी जगदानंद सिंह को लेकर तेज प्रताप यादव को नहीं करनी चाहिए.
वहीं बीजेपी के प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने साफ साफ कहा कि दोनों तरफ से तलवारे खींच चुकी है और दोनों योद्धा मैदान में है. बीजेपी का इशारा सीधे तौर पर तेजस्वी और तेजप्रताप की ओर है.
समाजवाद के सिद्धांत के साथ चलते चलते लगातार तीन चार दशकों से लालू जी के साथ काम करने वाले लोग अबतक नहीं समझ पाए कि आखिर आरजेडी में काम करने की अर्हता क्या थी. लालू के राज में जगदानंद को सम्मान मिला लेकिन उनके बच्चों द्वारा अपमानित किए जा रहे हैं. जगदा बाबू पुराने नेता हैं लेकिन इतना कहूंगा कि बहुत हो गया तब न समझे तो कम से कम अब जरूर समझिए.- अखिलेश सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
दरअसल पिछले दिनों पटना में आयोजित छात्र आरजेडी की बैठक के दौरान तेजप्रताप यादव ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर हमला बोलते हुए कहा था, 'जगदानंद सिंह हिटलर शाही चला रहे हैं और पार्टी में मनमानी कर रहे हैं. वह कुर्सी को अपनी बपौती समझ रहे हैं, जबकि कुर्सी किसी की नहीं होती है, कब किसके कुर्सी चला जाए कोई ठिकाना नहीं होता है. माना जा रहा है कि तेजप्रताप के इस बयान के बाद से जगदानंद सिंह काफी नाराज थे.
बता दें कि जगदानंद सिंह ने तेजप्रताप यादव के बेहद खास आकाश यादव के पर कतर दिया हैं. उन्हें छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है. इसी के साथ ही उन्होंने गगन कुमार को ये महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है. आकाश को हटाकर गगन की नियुक्ति दरअसल जगदानंद सिंह की ओर से तेजप्रताप को दिया गया जवाब भी कहा जा रहा है. माना ये भी जा रहा है कि चूकि सीधे तौर पर तेजप्रताप पर कार्रवाई नहीं की जा सकती है, लिहाजा परोक्ष रूप से कार्रवाई की गई है. वैसे भी जगदानंद सिंह को बेहद अनुशासन प्रिय और सख्त माना जाता है.
आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव लगातार जगदानंद सिंह पर आरोप लगाते रहे हैं. यहां तक कि जगदानंद सिंह पर पार्टी कार्यालय का गेट बंद करवाने से लेकर उनके आने पर पार्टी कार्यालय में सम्मान नहीं देने तक का आरोप लगा चुके हैं. युवा सम्मेलन के दौरान तेजप्रताप यादव ने कहा था कि जब हमारे पिताजी थे तो गेट खुला रहता था, लेकिन जबसे जगदानंद चाचा आए हैं पार्टी कार्यालय का गेट बंद करा देते हैं.
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