पटना: कोरोना वायरस को लेकर देश मे लॉक डाउन का तीसरा चरण चल रहा है. धीरे-धीरे सरकार कुछ सेक्टर को खोलने की भी अनुमति दे रही है. पटना में भी जिला प्रशासन ने शुक्रवार से ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, मोटर गैराज और निजी कार्यालय खोलने की छूट दी है. हालांकि, इसको लेकर दुकान खोलने की तय समय सीमा निर्धारित की गई है. बड़े मार्केट और कांटेन्मेंट जोन में कुछ नही खोल गया है. राज्य सरकार के कार्यालय पहले से ही खोल दिये गए हैं. जबकि निजी कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिग के साथ एक तिहाई स्टाफ को आने का निर्देश दिया गया है.
'बेली रोड पर उमड़ी भीड़'
लाॉकडाउन को लेकर राज्य सरकार ने कुछेक सेक्टरों को तय शर्तों के सात छूट दी है. लेकिन छूट मिलते ही राजधानीवासी राजधानी पटना की मुख्य सड़क बेली रोड पर वाहनों को लेकर उमड़ पड़े. शहर की मुख्य सड़क पर वाहनों की कतार लग गई. ऐसा लग रहा था कि शहर में लॉकडाउन नाम की कोई चीज लागू नहीं है. जबकि राजधानी पटना में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या बढ़ रही है. खास बात यह है कि बेली रोड का इलका कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में आता है.
'बिहार में बढ़ रहा कोरोना का प्रभाव'
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, शुक्रवार को 6 नए मरीजों की पुष्टि हुई है. इसके बाद आंकड़ा 556 हो गया है. सभी संक्रमित मरीज समस्तीपुर के रोसड़ा में मिले हैं. ये लोग क्वॉरंटाइन सेंटर में रह रहे थे. बिहार में कोरोना वायरस से अब तक 205 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. राज्य का रिकवरी रेट 37.47 प्रतिशत है. तीन दिन पहले यह 25 प्रतिशत के आसपास था.
बता दें कि बिहार के किशनगंज में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है. इसके साथ ही किशनगंज बिहार का 33वां कोरोना प्रभावित जिला बन गया है. 102 मरीजों के साथ मुंगेर राज्य का सबसे बड़ा कोरोना हॉटस्पॉट बना हुआ है. रोहतास में 54, बक्सर में 56, पटना में 45, नालन्दा में 36, सीवान में 32, कैमूर में 32, गोपालगंज में 18, मधुबनी में 26 और भोजपुर में 18 कोरोना पॉजिटव मरीज पाए गए है.