पटना: राजधानी के मौर्य होटल में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान संस्थान के बिहार के पूर्ववर्ती छात्रों का सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में बिहार के कृषि विभाग के डॉ. राजेंद्र प्रसाद, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय कृत बैंक, जीविका, बिल गेट्स मिरांडा फाउंडेशन के सदस्यों ने भाग लिया. यह सम्मेलन आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य केंद्रीय स्तर पर स्थापित पूर्ववर्ती छात्रों के बिहार चैप्टर को सम्बद्ध करना है. साथ ही महामना मदन मोहन मालवीय के विचारों को अपने जीवन और कार्य क्षेत्र में उतारने के साथ -साथ समाज को प्रेरित करने के लिए किया गया.
कृषि विज्ञान पर हुई चर्चा
बता दें कि इस सम्मेलन में स्टूडेंट्स को बताया गया कि वे कैसे कृषि विज्ञान को अपने करियर के रूप में चुन सकते हैं. साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई. इसके साथ ही पूर्व छात्र अपनी मातृ संस्था के भावात्मक रूप से जुड़े रहें. वर्तमान में पढ़ने वाले छात्रों को मार्गदर्शन दे सकें. इस उद्देश्य से भी इस सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में आए कृषि विज्ञान संस्थान बीएचयू के निदेशक डॉ. रमेश चंद्र ने कहा कि हम लगातार इस कोशिश में लगे हैं. कि फसल की उत्पादकता बढ़ाई जाए और समय-समय पर बिहार सरकार इसको लेकर लोगों से भी रायशुमारी करती रहती है.
बिहार में बढ़े फसलों का उत्पादन
डॉ. रमेश चंद्र ने कहा कि हम लगातार कृषि विभाग को किसी भी तरह की मदद देने के लिए तैयार रहते हैं. हम आशा करते हैं कि फसल का उत्पादन बिहार में और ज्यादा तेजी से बढ़े. इसको लेकर हम सरकार का भी सहयोग करते रहते हैं. इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में बिहार में फसलों की उत्पादकता बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई. साथ ही किस तरह किसान इससे लाभान्वित हो इस मुद्दे पर भी कई सुझाव दिए गए.