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'साहब... पैसे निकालने के बाद भी नहीं बनी नाली-गली, नल का जल भी आजतक नहीं पिये'

बिहार के सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में अररिया से जदयू के प्रखंड अध्यक्ष फरियाद लगाने पहुंचे. फरियादी ने बताया कि गांव में नाली गली का निर्माण नहीं हुआ है, नल का जल भी हमें अभी तक नहीं मिल पाया. अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की सच्चाई सुनकर सीएम ने क्या कहा आगे पढ़ें..

cm janta darbar bihar
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Published : Sep 20, 2021, 1:06 PM IST

पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में कई लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में अररिया से एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर पहुंचा. मो. शमीम आलम नाम का फरियादी जो जदयू का प्रखंड अध्यक्ष भी है, उसने मुख्यमंत्री के सामने सात निश्चय योजना में हो रही धांधली की शिकायत की.

यह भी पढ़ें- सर.. गांव में सड़क नहीं होने के कारण बेटियों की शादी नहीं हो रही.. CM ने अधिकारी से कहा 'लगाईये फोन'

अररिया से आए जदयू के प्रखंड अध्यक्ष ने नीतीश के सामने आरोप लगाया है कि उनके गांव में आज भी नाली गली का निर्माण नहीं हुआ जबकि पैसा 1 साल पहले ही ठेकेदार ने निकाल लिया. यह सुन नीतीश कुमार ने तुरंत अधिकारियों को मामले की जांच के निर्देश दिए. साथ ही गांव में काम कराने का भी आदेश जारी किया है.

देखें वीडियो

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गरीबों की प्यास बुझाने के लिए 2015 में जब महागठबंधन के साथ सरकार बनाई थी, उस समय उन्होंने सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल के माध्यम से शुद्ध पेयजल मिल सके इसकी शुरुआत की थी. इसके साथ ही नली गली योजना को भी धरातल में उताराने का काम चल रहा है. लेकिन इस योजना को शुरू हुए 6 साल से अधिक हो गए, मगर अभी भी यह योजना पूरी तरह से धरातल पर नहीं दिख नहीं रही है. अररिया से आए फरियादी ने योजना की वास्तविकता से सीएम को अवगत कराया. जिसके बाद सीएम ने पंचायती राज विभाग को फोन लगाकर जमकर फटकारा.

बता दें कि मुख्यमंत्री तीसरे सोमवार को जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

यह भी पढ़ें- पितृपक्ष मेले को लेकर बोले CM नीतीश- 'अगर हालात ठीक रहे तो सब कुछ होगा'

यह भी पढ़ें- 'नीतीश के मंत्री लगाते रहे फोन.. बजती रही घंटी.. लेकिन DIG ने नहीं दिया जवाब'

पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में कई लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं. इसी क्रम में अररिया से एक व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर पहुंचा. मो. शमीम आलम नाम का फरियादी जो जदयू का प्रखंड अध्यक्ष भी है, उसने मुख्यमंत्री के सामने सात निश्चय योजना में हो रही धांधली की शिकायत की.

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अररिया से आए जदयू के प्रखंड अध्यक्ष ने नीतीश के सामने आरोप लगाया है कि उनके गांव में आज भी नाली गली का निर्माण नहीं हुआ जबकि पैसा 1 साल पहले ही ठेकेदार ने निकाल लिया. यह सुन नीतीश कुमार ने तुरंत अधिकारियों को मामले की जांच के निर्देश दिए. साथ ही गांव में काम कराने का भी आदेश जारी किया है.

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बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गरीबों की प्यास बुझाने के लिए 2015 में जब महागठबंधन के साथ सरकार बनाई थी, उस समय उन्होंने सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल के माध्यम से शुद्ध पेयजल मिल सके इसकी शुरुआत की थी. इसके साथ ही नली गली योजना को भी धरातल में उताराने का काम चल रहा है. लेकिन इस योजना को शुरू हुए 6 साल से अधिक हो गए, मगर अभी भी यह योजना पूरी तरह से धरातल पर नहीं दिख नहीं रही है. अररिया से आए फरियादी ने योजना की वास्तविकता से सीएम को अवगत कराया. जिसके बाद सीएम ने पंचायती राज विभाग को फोन लगाकर जमकर फटकारा.

बता दें कि मुख्यमंत्री तीसरे सोमवार को जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.

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