पटना: कोरोना संक्रमण को लेकर देश भर में 24 मार्च से लॉक डाउन लागू है. लॉक डाउन का आज 36 वां दिन है. बंदी का सबसे ज्यादा असर गरीबों पर हो रही है. कई लोगों का रोजगार छिन चुका है. हालांकि, गरीबों की परेशानी को देखते हुए जिला प्रशासन कम्युनिटी किचन चला रही है. जिला प्रशासन के बाद नगर निगम ने भी लोगों की सहायता के लिए कम्युनिटी किचन की शुरूआत की है.
शहर में गरीब बेसहारा मजदूर या किसी भी जरूरतमंद परिवार को भूखा ना सो सके इसके लिए जिला प्रशासन और नगर निगम मिलकर प्रयास कर रही है. कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है. पटना नगर निगम की तरफ से 7 जगहों पर रैन बसेरा और कम्युनिटी किचन का निर्माण करवाया गया है. इसका लाभ गरीब और बेसहार मुफ्त में उठा सकते हैं.
'कोरोना संकट में निगम बेसहारों के साथ'
इसको लेकर ईटीवी भारत से बात करते हुए नगर निगम की कर्मचारी सोनी देवी ने बताया कि निगम द्वारा बनाए गए रैन बसेरा और कम्युनिटी किचन पटना के विभिन्न इलाकों में है. बांकीपुर अंचल कार्यालय के अलावे साइंस कॉलेज, गायघाट, सचिवालय गेट नंबर 3, मलाही पकड़ी, आदि अन्य जगहों पर भी निगम ने बनाए गए रैन बसेरा और सामुदायिक किचन बनवाया है. इसका लाभ सैकड़ों गरीब परिवार प्रतिदिन उठा रहे हैं.
खाने और रहने की व्यवस्था मुफ्त
बांकीपुर अंचल कार्यालय के पास चलाए जा रहे है सामुदायिक किचन का देखभाल करने वाली महिला कर्मी सोनी देवी बताती हैं कि निगम द्वारा चलाए जा रहे हैं रैन बसेरा और कम्युनिटी किचन के माध्यम से हर दिन भूखे बेसहारा लोगों को भोजन कराया जाता है. सुबह-शाम कम्युनिटी किचन में भोजन बनता है. सुबह में 11बजे से 12 के बीच में दाल-चावल और सब्जी खिलाया जाता है. तो वहीं संध्या 7 बजे से 8 के बीच में लोगों को रोटी-सब्जी दिया जा रहा है. यहां पर बेसहारों के लिए खाने और रहने की व्यवस्था बिल्कुल मुफ्त है. कोरोना संक्रमण को लेकर यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करवाया जा रहा है. निगम के तरफ से लगातार यहां पर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है. यहां पर प्रत्येक दिन किटनाशक दवा का छिड़काव भी किया जाता है.