पटना: बिहार में स्टेट मिल्क कोऑपरेटिव फेडरेशन यानी कॉम्फेड की स्थापना सन 1983 में की गयी थी. जिसके तहत सुधा दूध का उत्पादन शुरू किया गया और किसानों से दूध की खरीद शुरू की गई. अब सुधा की पहुंच बिहार, झारखंड के साथ-साथ दिल्ली और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी हो गया है. कॉम्फेड बिहार में प्रतिदिन 19 लाख लीटर से ज्यादा दूध किसानों से खरीदती है और उसे बाजार में उपलब्ध करवाती है.
'जल्द ही नॉर्थ ईस्ट में भी मिलेगी सुधा दूध'
दुग्ध समिति की स्थापना के लिए कंपनी ने गुजरात की आनंद पद्धति को अपनाया है. यह एक त्रिस्तरीय पद्धति है. जिसमें ग्रामीण स्तर पर दुग्ध उत्पादन सहयोग समिति, जिला स्तर पर दुग्ध संघ और राज्य स्तर पर महासंघ बनाया गया है. बिहार के 12 लाख से ज्यादा किसान कॉम्फेड को दूध सप्लाई करते हैं. पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि बहुत जल्द ही नॉर्थ ईस्ट में भी सुधा दूध और मिठाई उपलब्ध होगी.
पशुपालन को दिया जा रहा बढ़ावा
कॉम्फेड के द्वारा किसानों को पशु खरीदने के लिए लोन भी दी जाती है. पशुपालकों को सस्ते दाम पर पशु चारा भी उपलब्ध करवाया जाता है. सरकार किसानों को पशुपालन के लिए मिलने वाली सरकारी सहायता की राशि में बढ़ोत्तरी करेगी.