पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी तक राजधानी पटना में जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) लगाते थे. लेकिन, अब जिले में भी जनता दरबार लगाने की तैयारी हो रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले साल जनता दरबार की शुरुआत की थी. कोरोना के बाद जनता दरबार की शुरुआत हुई क्योंकि 2020 में जदयू का प्रदर्शन काफी खराब रहा और पार्टी तीसरे नंबर पर पहुंच गई. ऐसी चर्चा होने लगी कि लोगों से संवाद नहीं होने के कारण ही पार्टी का खराब प्रदर्शन हुआ है. इसीलिए नीतीश कुमार ने लोगों से संवाद के लिए जनता दरबार की शुरुआत कर दी.
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ऐसे तो मुख्यमंत्री महीने के पहले तीन सोमवार को जनता दरबार पटना में लगा रहे हैं, लेकिन अब जो सूत्रों से जानकारी मिल रही है उसके अनुसार मुख्यमंत्री दो सोमवार को पटना में जनता दरबार लगाएंगे. वहीं, महीने के तीसरे सोमवार को जिले में जनता दरबार लगाएंगे और इसकी शुरुआत छपरा से हो सकती है.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संवाद पर सबसे ज्यादा जोर दे रहे हैं. वे लोगों से मिलने-जुलने के अलावे जनता दरबार के माध्यम से उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं. अब सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि मुख्यमंत्री महीने में एक बार जिले में भी जनता दरबार लगाएंगे. अधिकारियों को उसकी तैयारी करने का निर्देश दे दिया गया है और संभवत इसकी शुरुआत छपरा से हो सकती है. हालांकि, जगह और तिथि की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन जिले में जनता दरबार को लेकर तैयारी जरूर चल रही है.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसंवाद पर सबसे अधिक जोर दे रहे हैं, इसका बड़ा कारण 2020 में पार्टी का खराब प्रदर्शन है और नीतीश कुमार को पता है जनसंवाद का क्या इंपैक्ट होता है. क्योंकि नीतीश कुमार विजनरी नेता हैं और इसलिए संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. एनडीए को भी उसका लाभ मिले यह भी प्रयास होगा. नीतीश कुमार की नजर 2024 और 2025 के चुनाव पर भी है."- रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विशेषज्ञ
मुख्यमंत्री 2020 के बाद खुद तो संवाद पर जोर दे ही रहे हैं. वहीं पार्टी के शीर्ष नेताओं को भी लोगों से संवाद का टास्क दिया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तीनों की अलग-अलग टीम भी बनाई गई है और जल्द ही ये सभी जिलों में दौरा भी करेंगे. इस दौरान उनकी समस्याओं को सुनेंगे और सरकार के विकास योजनाओं को भी उन्हें बताएंगे. इसके अलावा और भी अलग-अलग कार्यक्रम पार्टी अपने स्तर से चला रही है.
पार्टी कार्यालय में भी मंगलवार से शुक्रवार तक जदयू के मंत्री बैठ रहे हैं और कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों की भी शिकायतें सुन रहे हैं. कुल मिलाकर मुख्यमंत्री का जिले में जनता दरबार लगाने का बड़ा फैसला है. हालांकि, इसके लिए अभी तक डेट टाइम तय नहीं हुआ है कि मुख्यमंत्री कब से इसकी शुरुआत करेंगे, लेकिन तैयारी शुरू है.
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