पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) सूखाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण (Aerial Survey by Nitish Kumar in Bihar) करने जा रहे हैं. सूखाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने से 2 दिन पहले मुख्यमंत्री ने अल्प वर्षापात के कारण बन रही सुखाड़ की स्थिति को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी, जिसमें अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट ली थी और आज मुख्यमंत्री गया, औरंगाबाद सहित सूखाग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लेंगे. हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे और फिर आगे की रणनीति तैयार होगी.
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सूखा प्रभावित जिलों का एरियल सर्वे करेंगे नीतीश: दरअसल, बीते 17 अगस्त को मुख्यमंत्री ने सुखाड़ की स्थिति को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक किया था. सारे जिलों के जिलाधिकारियों से रिपोर्ट मांगा गया था. उसमें 35 जिले में जुलाई महीने में औसत से कम बारिश हुई थी. वहीं 17 अगस्त तक बिहार में सामान्य से 31% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. सीमांचल के कुछ जिलों में ही औसत से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. बिहार के 123 प्रखंड कम बारिश के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित है. वहीं जानकारी मिली है कि मगध का क्षेत्र पूरे बिहार में सबसे अधिक सूखा से प्रभावित क्षेत्र माना गया है. इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने डीजल अनुदान देने का एलान किया है.
सरकार डीजल अनुदान दे रही: वहीं इस तरह की सूखाड़ की विभीषिका को देखते हुए सरकार के द्वारा दिये जा रहे डीजल अनुदान के लिए 1,33,000 किसानों ने आवेदन दिया है. जहां कुल 27099 आवेदकों को अनुदान की राशि ट्रांसफर की गई है. वहीं आकास्मिक फसल योजना के लिए 12 प्रकार की फसल के बीज किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है.
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अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे CM नीतीश: सीएम नीतीश कुमार की इस बैठक में राज्य के कृषि मंत्री शामिल नहीं हुए. इस बात के लिए भी चर्चाएं होती रही. ऐसे में 18 अगस्त को कृषि मंत्री ने राज्य के सभी डीएम के साथ सुखाड़ को देखते हुए बैठक की थी. वहीं जिस प्रकार 2 दिनों पहले मुख्यमंत्री ने सुखाड़ पर बैठक की और फिर कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने बैठक किया. जिसके बाद आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लेंगे. बैठक के बाद सूखा प्रभावित इलाके के लोगों को राहत देने के लिए कई तरह की
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