पटना: लॉकडाउन को लेकर बिहार से बाहर फंसे अप्रवासी बिहारी लोगों और बिहार वापस आए लोगों की समस्याओं के समाधान को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. बैठक सीएम के एक अन्ने मार्ग में नेक संवाद कार्यक्रम के तहत की. बैठक में अधिकारियों ने सीएम को बताया कि अब तक 1 लाख 80 हजार 6 सौ 52 लोगों बिहार आ चुकें हैं. सभी लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि गरूर ऐप के माध्यम से बिहार के बाहर से आए लोगों पर सघन निगरानी रखी जा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्क्रीनिंग के साथ सभी लोगों के लिए बेहतर भोजन, आवास और मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
अन्य प्रदेश की सरकारों से समन्वय स्थापित कर रही सरकार
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण लागू हुए लॉकडाउन को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार लगातार अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहें हैं. मंगलवार की बैठक में सीएम ने अधिकारियों को अप्रवासी बिहारियों को किसी प्रकार से कोई दिक्कत ना हो इसकी व्यवस्था करने का निर्देश दिया. मख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं. वे जहां भी है, वहीं पर सुरक्षित तरीके से रहें. बिहार सरकार ऐसे सभी लोगों की मदद करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि वे बिहार के लोगों के लिए देश के अन्य प्रदेशों की सरकार से समन्वय स्थापित कर समस्याओं का समाधान कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर रह रहे लोगों के फीडबैक के आधार पर उनकी समस्याओं के समाधान का उपाय किए जा रहें हैं.
'खुद के लिए लॉकडाउन का करे पालन'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लॉकडाउन के सभी राशन कार्ड धारियों के खाते में एक-एक हजार की राशि देने का ऐलान किया था. इस पर जल्द से जल्द कार्य किए जाए और लाभुकों के खाते में राशि भेजा जाए. सीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस एक महामारी है. अभी तक इसका कोई मेडिकल इलाज संभव नहीं हो सका है. इसलिए सरकार ने लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन जारी किया था. इसलिए जो भी लोग जहां पर हो, वे लोग सुरक्षित ढंग से लॉकडाउन तक अपने घरों में रहें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और लॉक डाउन को सफल बनाएं. सरकार की तरफ से हरसंभव कदम उठाए जा रहे है. इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
बैठक में डिप्टी सीएम और विधानसभा अध्यक्ष रहे मौजूद
समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अलावे विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सामान्य प्रशासन आमिर सुबहानी सहित कई विभागों के प्रधान सचिव मौजूद थे.