पटना: आगामी वर्ष यानी 2023 में नागालैंड में विधानसभा चुनाव (Nagaland Assembly Election) होना है. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar Will Visit Nagaland)अगले महीने 11 अक्टूबर को नागालैंड का दौरा करने वाले हैं. ऐसे तो कार्यक्रम जेपी के नाम पर हो रहा है लेकिन पार्टी सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की रणनीति ( Opposition Unity In 2024 Lok Sabha Election) तैयार करेंगे. नागालैंड में अगले साल चुनाव होना है लेकिन जदयू ने अभी से ही चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है.
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नीतीश कुमार अगले महीने जाएंगे नागालैंड: हाल ही में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी नागालैंड का दौरा किया था और उसके बाद नागालैंड में चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. अब नीतीश कुमार वहां जा रहे हैं. नागालैंड में पार्टी कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाह रही है लेकिन उससे पहले विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास करना चाहती है. नीतीश कुमार का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पार्टी के नेता फिलहाल नीतीश कुमार के दौरे को लेकर बोलने से बच रहे हैं लेकिन नागालैंड में मजबूती से चुनाव लड़ने की बात जरूर कह रहे हैं. यह भी कह रहे हैं कि जहां नीतीश कुमार की जरूरत होगी वहां जाएंगे.
मिशन 2024 की नागालैंड से शुरुआत!: नागालैंड में 59 विधानसभा सीटें हैं. 2018 में जदयू ने एक सीट पर जीत भी हासिल की थी लेकिन जदयू के विधायक दूसरे दल में शामिल हो गये. अब एक बार फिर से जदयू अगले साल होने वाले चुनाव में पूरी ताकत लगाना चाह रही है और उसी को लेकर नीतीश कुमार 11 अक्टूबर को नागालैंड जा रहे हैं. हालांकि सीएमओ की ओर से नीतीश कुमार के दौरे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
एक मंच पर विपक्ष को लाने की होगी कोशिश: जदयू के बड़े नेताओं की मानें तो नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की वहां भी कोशिश करेंगे. बिहार जदयू के नेता फिलहाल मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने से बच रहे हैं लेकिन जदयू नागालैंड के महासचिव इम्सु मोगबा पोंगेन ने नीतीश कुमार के कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही है. जदयू नागालैंड की ओर से जयप्रकाश नारायण की 120वीं जयंती के अवसर पर नागालैंड बिहारी समाज, बिहारी कल्याण समिति और मातृ फाउंडेशन द्वारा ऑल नागालैंड बिहारी कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन किया जाना है. नीतीश कुमार शामिल होकर वहां विपक्ष को एक मंच पर आने का अभियान शुरू कर सकते हैं.
"2024 से पहले जहां भी चुनाव होगा पार्टी चुनाव लड़ेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो पहले ही विपक्ष को एकजुट करने का अभियान शुरू कर चुके हैं."- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री, बिहार
"नागालैंड में हम लोग मजबूती से चुनाव लड़ेंगे, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहले ही साफ कर दिया है. लेकिन चुनाव आयोग जब तारीखों की घोषणा करेगा तो पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी"- अरविंद निषाद, जदयू प्रवक्ता
"नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में लगे हैं. जहां भी उनको जरूरत लगेगा कि मिलना जरूरी है उनसे मिलेंगे."- उपेंद्र कुशवाहा, संसदीय बोर्ड राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
"बिहार में तो 43 सीट पर सिमट गये और दूसरे राज्यों में जदयू के लोग बीजेपी में भाग रहे हैं. पहले तो इनको अपना घर संभालना चाहिए. ऐसे सब को चुनाव लड़ने की स्वतंत्रता है. यूपी में भी चुनाव लड़े थे क्या हाल हुआ 100- 200 वोट आया था."- विनोद शर्मा, बीजेपी प्रवक्ता
सीएम नीतीश जा सकते हैं दिल्ली-हरियाणा: पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार नीतीश कुमार के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी नागालैंड का दौरा करेंगे. हालांकि उससे पहले नीतीश कुमार 24 और 25 सितंबर को दिल्ली जाने का कार्यक्रम है. 25 सितंबर को हरियाणा में देवीलाल की जयंती के मौके पर आयोजित सम्मेलन में शामिल होंगे और उसके बाद नीतीश कुमार का नागालैंड का दौरा होगा.
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा से कुछ कदम की दूरी: अभी जदयू को बिहार के अलावे अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा मिला हुआ है. अरुणाचल में सभी विधायक जदयू से बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. वहीं मणिपुर में भी 6 में से 5 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने से जदयू को झटका लगा है. इसके बावजूद नागालैंड चुनाव में पार्टी का अच्छा प्रदर्शन होता है और राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा मिलता है तो जदयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल जाएगा. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पहले से ही मोर्चा संभाल रखा है और अब नीतीश कुमार आगे की रणनीति तैयार करेंगे.