पटना: हर बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चंपारण से अपनी यात्रा (Nitish Kumar Samaj Sudhar Yatra) की शुरुआत करते रहे हैं. इस बार भी पश्चिम चंपारण से ही यात्रा की शुरुआत करेंगे. सीएम की यात्रा को लेकर बिहार में सियासत भी शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री अपनी यात्रा में सरकार की योजनाओं और कार्यक्रम की भी समीक्षा करेंगे लेकिन मुख्य रूप से शराबबंदी को लेकर ही यात्रा होगी. 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा की शुरुआत की थी.
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यात्राओं को लेकर नीतीश कुमार का रिकॉर्ड: 12 जुलाई 2005 को सीएम न्याय यात्रा पर निकले थे और उसके बाद यात्राओं का जो सिलसिला शुरू हुआ, मुख्यमंत्री ने एक रिकॉर्ड ही बना दिया. विकास यात्रा, धन्यवाद यात्रा, प्रवास यात्रा, विश्वास यात्रा, सेवा यात्रा, अधिकार यात्रा, संकल्प यात्रा, संपर्क यात्रा, निश्चय यात्रा, विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा, जल जीवन हरियाली यात्रा और 2021 में समाज सुधार यात्रा कर चुके हैं.
5 जनवरी से नीतीश कुमार की यात्रा: मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा को लेकर महागठबंधन दल की बैठक में ही संकेत दिया था. विधानसभा के सत्र के दौरान भी मुख्यमंत्री ने कहा था कि शराबबंदी के फायदे बताने फिर से हम लोगों के बीच जाएंगे और अब मुख्यमंत्री की यात्रा जिस तिथि को शुरुआत करेंगे, उसका डेट फाइनल हो गया है. 2023 में 5 जनवरी से यात्रा लगातार चलेगी. यात्रा को लेकर अधिकारियों को पहले ही तैयारी करने का निर्देश दिया जा चुका है.
नीतीश की यात्रा पर सियासत शुरू: मुख्यमंत्री की इस यात्रा पर बिहार में सियासत शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि छपरा से उन्हें अपनी यात्रा निकालनी चाहिए, क्योंकि वहां जहरीली शराब से पीने से सैंकड़ों लोगों की मौतें हुईं हैं.शराबकांड में जिनकी मौत हुई है, उनके परिजन के हालात को वो समझ सकें. वहीं आरजेडी ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या बीजेपी से पूछ कर अपनी यात्रा पर निकलेंगे.
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