पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ कोविड-19 से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों की उच्च स्तरीय समीक्षा की. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वैसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं उन्हें किसी भी निर्धारित स्वास्थ्य संस्थान पर अपनी जांच कराने की सुविधा दी जाए. दरअसल, मुख्यमंत्री आवास में कोरोना संक्रमण के केस मिलने के बाद सीएम नीतीश ने कई दिनों तक बैठक बंद कर दी थी. लेकिन गुरुवार से एक बार फिर से बैठकें शुरू कर दी हैं.
कोरोना जांच को लेकर मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश :
- मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पर निर्देश दिया कि ऐसे मरीज जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हैं, उन्हें किसी भी निर्धारित स्वास्थ्य स्थान पर अपनी जांच कराने की सुविधा दी जाए. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करे.
- मुख्यमंत्री ने पटना में इस तरह की व्यवस्था अविलंब शुरू करने का निर्देश दिया. इसके संबंध में विज्ञापन और अन्य माध्यमों से भी लोगों को यह सूचना देने के लिए कहा कि कहां पर और किस प्रकार से जांच की व्यवस्था की जा रही है.
- एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था का विस्तार सुनिश्चित करने का भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया, जिससे जांच के कार्य में तेजी आ सके.
- मुख्यमंत्री ने होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की लगातार मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया. उन्हें किसी प्रकार की चिकित्सा सुविधा की जरूरत होने पर अविलंब सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों का मनोबल भी लगातार बनाए रखने की जरूरत है.
- मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग धैर्य रखें, सचेत रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकले और घर से बाहर निकलते समय मास्क का प्रयोग अवश्य करें.
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
बता दें कि बिहार में कोरोना संक्रमण के केस लगातार बढ़ रहे हैं. मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. दोबारा लॉकडाउन किया गया है. लेकिन जांच की व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने के कारण लोगों को हर जगह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मीडिया में खबर चलने के बाद अब मुख्यमंत्री की ओर से संज्ञान लिया गया है.