पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज जनता दरबार (Janta Darbar) में लोगों की शिकायत सुन रहे हैं. इस दौरान एक युवक पहुंचा, जिसने ये आरोप लगाया कि उसके पूरे गांव को नल जल योजना से वंचित कर दिया गया है. इस पर मुख्यमंत्री ने काफी आश्चर्य जाताया और अधिकारी को बुलाकर जल्द इसके समाधान का निर्देश दिया.
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सीएम के सामने अपनी फरियाद लेकर पहुंचे युवक ने बताया कि मेरे गांव को दो भागों में बांट दिया गया है. जहां एक हिस्से को नल का जल मिल रहा है. वहीं दूसरे भाग को शुद्ध पानी से वंचित कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने इस पर हैरानी जताते हुए कारण पूछा और युवक को संबंधित विभाग में भेजकर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि ध्यान रहे ऐसा नहीं होना चाहिए.
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बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण तेजी से घटने के बाद मुख्यमंत्री ने पिछले सप्ताह जनता दरबार की शुरुआत की थी और यह दूसरा सप्ताह है. ऐसे अभी भी कोरोना गाइडलाइन का जनता दरबार में सख्ती से पालन हो रहा है और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने वालों को जांच पड़ताल के बाद सीमित संख्या में ही बुलाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री का जनता दरबार सुबह 11 बजे से सीएम सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में हुआ. जनता दरबार में संबंधित विभागों के सभी मंत्री और मुख्य सचिव डीजीपी सहित सभी आला अधिकारी भी मौजूद थे. जनता दरबार में मुख्यमंत्री ऑन स्पॉट लोगों की शिकायतों को दूर कर रहे थे.
आपको बताएं कि जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines in Janata Darbar) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
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