पटनाः बिहार में महागठबंधन की सरकार (Mahagathbandhan Government In Bihar) बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार का पहला जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) आज आयोजित हो रहा है. मुख्यमंत्री महीने के पहले सोमवार को पुलिस और भूमि विवाद से संबंधित शिकायतें सुनते रहे हैं और इन दोनों से संबंधित सबसे अधिक शिकायत जनता दरबार में पहले भी आती रही है. हालांकि कोरोना के समय मुख्यमंत्री सीमित संख्या में ही लोगों को जनता दरबार में बुला रहे हैं, आज भी जनता दरबार में सीमित संख्या में ही लोगों को बुलाया गया है.
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उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव होंगे मौजूदः मुख्यमंत्री आज जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग,निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग तथासामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायत सुनेंगे. जनता के दरबार में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और संबंधित विभाग के मंत्री के साथ सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑन स्पॉट उनकी समस्याओं का निदान करने की कोशिश भी करेंगे. इस बार जनता दरबार का कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में हो रहा है. जिसमें सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं .
कोरोना वैक्सीनेशन के बाद ही होती है एंट्रीः आपको बता दें कि जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जाता है और उनका वैक्सीनेशन भी किया जाता है. कोरोना जांच नेगेटिव आने के बाद ही उनकी एंट्री होती है. जिला प्रशासन अपने जिले से विशेष वाहन से जनता दरबार में लोगों को लाते हैं और उन्हें पहुंचाते भी हैं. मुख्यमंत्री का जनता दरबार के बाद दिल्ली जाने का भी कार्यक्रम है. जहां सीएम दिल्ली में 3 दिनों तक विपक्षी एकजुटता के लिए नेताओं से मुलाकात करेंगे. साथ ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मिलने का कार्यक्रम है. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में जदयू ने इंडिया उम्मीदवार का समर्थन किया था.
1 साल में महज 1500 शिकायतें : पिछले साल मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में ही जनता दरबार की शुरुआत की थी और कोरोना का इस पर असर साफ दिख रहा है. जहां पहले प्रतिदिन 1000 तक फरियादियों की शिकायत मुख्यमंत्री सुन लेते थे. कई सप्ताह तो 1000 से भी अधिक पहुंच जाता था लेकिन अब एक साल में मुख्यमंत्री 1500 के करीब ही कुल शिकायत सुन पाए हैं. कुछ की समस्या का समाधान हो पाया है वहीं अधिकांश अब भी समस्या के समाधान की उम्मीद लगाए हुए हैं.
निराश होकर लौट जाते हैं लोग : 2006 से 2016 तक 10 सालों में मुख्यमंत्री ने 241 जनता दरबार का कार्यक्रम किया (CM Janta Darbar In Patna) था. जिसमें 277249 मामलों का मुख्यमंत्री ने निष्पादन किया था. उस मुकाबले पिछले साल 12 जुलाई से शुरू हुए जनता दरबार कार्यक्रम में एक चौथाई से भी कम लोगों की शिकायतें मुख्यमंत्री सुन रहे हैं. इसी कारण रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. बड़ी संख्या में लोग जनता दरबार में नहीं आने के कारण निराश होकर लौट जाते हैं.
रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी: रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि, सही आंकड़ा अभी मुख्यमंत्री कार्यालय के पास भी नहीं है. लेकिन हजारों की संख्या में लोग रजिस्ट्रेशन करा कर जनता दरबार आने का इंतजार कर रहे हैं. 12 जुलाई 2021 से जनता दरबार की शुरुआत हुई है. जनता दरबार में कुछ इस प्रकार से लोग पहुंचे हैं. जिन की शिकायतें मुख्यमंत्री ने सुनी है. 12 जुलाई, 2021 को 146 लोगों की शिकायतें सुनी गई. 8 नवंबर, 2021 को 160 शिकायतें सीएम ने सुनी. 6 दिसंबर, 2021 को 200, 21 फरवरी, 2022 को 125, 11 अप्रैल, 2022 को 132, 18 अप्रैल, 2022 को 127, 9 मई, 2022 को 133, 6 जून, 2022 को 173 और 4 जुलाई 22 को 89 शिकायतें सीएम ने सुनी और 11 जुलाई 22 को 55 शिकायतें सुनी.