पटना: मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना अंतर्गत 350 एंबुलेंस को आज सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने लाभुकों को सौंपा. इसके साथ ही पटना में 50 सीएनजी बसों (CNG Bus) के परिचालन का भी शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद में कार्यक्रम आयोजित हुआ. 11:30 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत हुई. मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पर्यावरण को बचाना भी हमारे लिए बड़ी चुनौती है और तत्काल स्वास्थ्य सुविधा देना भी जरूरी है. इस कारण एंबुलेंस और सीएनजी बस सेवा शुरू की गई है.
बता दें कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (Information and Public Relations Department) के सोशल मीडिया साइट के माध्यम से इसका लाइव प्रसारण भी किया गया. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के साथ परिवहन मंत्री शीला कुमारी भी मौजूद थीं.
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बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (Bihar State Road Transport Corporation) से मिली जानकारी के मुताबिक, पटना में पहले से 20 सीएनजी बसें चल रही हैं जिन्हें डीजल से सीएनजी में कन्वर्ट किया गया था और अब 50 नई सीएनजी बसें चलेंगी. इससे पटना में वायु प्रदूषण का स्तर कम होगा.
जानकारी के मुताबिक, पटना से चरणबद्ध तरीके से सभी सार्वजनिक डीजल बसों को सड़क से बाहर किया जाएगा. सीएनजी बसों के अलावा पटना में 23 इलेक्ट्रिक बसें भी चल रही हैं. जो 50 नई सीएनजी बसें पटना में उतारी जा रही हैं, वे सभी बेली रोड पर चलेंगी.
बसों के लिए 111, 111A और 555 नंबर देकर रूट तय किया गया है. 111 नंबर की बस कारगिल चौक से दानापुर के बीच चलेगी. 111A नंबर की बस कारगिल चौक से खगौल के बीच चलेगी. तो वहीं 555 नंबर की बस पटना गांधी मैदान से गुरु गोविंद सिंह स्टेशन के बीच चलेगी.
सभी सीएनजी बस जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस है. यात्रियों को मार्गों की जानकारी के लिए बस के अंदर एवं बाहर कुल 4 चार डिस्प्ले बोर्ड लगाए गए हैं. बसों के अंदर मोबाइल चार्ज करने की भी व्यवस्था है.
सीएनजी बसों में ड्राइवर सहित कुल 32 सीटें हैं. सभी बसें जीपीएस युक्त हैं, जिससे बसों का वास्तविक स्थान पता किया जा सकता है. बसों में पैनिक बटन उपलब्ध है, जिसे आपातकालीन स्थिति में सहयोग हेतु उपयोग किया जा सकता है.
सभी बसों में सुरक्षा हेतु 3-3 सीसीटीवी कैमरा उपलब्ध है. यात्रियों को मार्गो की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बसों के बाहर 3 डिस्प्ले बोर्ड और अंदर एक डिस्प्ले बोर्ड उपलब्ध है. बसों के अन्दर यात्रियों के लिए मोबाइल चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध है.
बसों में आपातकालीन खिड़की हैं, आपातकाल के दौरान बाहर निकलने के लिए उपयोग किया जा सकता है. बसों में पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम है. महिला, ट्रांस्जेंडर एवं दिव्यांगजनों के लिए सुरक्षित सीटों का प्रावधान किया गया है.
परिवहन विभाग के अनुसर, गांधी मैदान से दानापुर बस स्टैंड तक 10 सीएनजी बसें. गांधी मैदान से दानापुर रेलवे स्टेशन तक 14 बसें. गांधी मैदान से बिहटा आईआईटी तक 17 बसें. गांधी मैदान से पटना साहिब स्टेशन तक 7 बसें, गांधी मैदान से दानापुर हांडी साहेब गुरुद्वारा तक 2 बसें चलेंगी.
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मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत पहली बार 350 एंबुलेंस परिवहन विभाग की तरफ से सड़क पर उतारी जा रही है, जिसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज करेंगे. यह बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ितों को समय पर अस्पताल भेजा जा सके एवं अन्य आपातकालीन चिकित्सा सुविधा हेतु ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचाया जा सके, इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है.
इस योजना के तहत राज्य में लगभग 3500 लोगों का आवेदन प्राप्त हुआ है. प्राप्त आवेदनों में से 954 लाभुकों का चयन अनुमंडल स्तरीय समिति द्वारा किया गया है. वर्तमान में 350 एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. अगस्त, 2021 तक 500 से अधिक एबुलेंस लाभुकों द्वारा क्रय कर ली जाएगी और दिसंबर तक 1000 एम्बुलेंस लाभुकों को प्रदान किया जाएगा.
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