पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज फिर से जनता दरबार में आम लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के लगभग डेढ़ महीने बाद जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) फिर से लगाया गया है. जनता दरबार में सोमवार को अररिया के इंजीनियरिंग कॉलेज का एक छात्र पहुंचा. उसने बताया कि कॉलेज का नाम बदले जाने के कारण उसे स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ नहीं मिल रहा है. इस पर सीएम नीतीश कुमार हैरान हो गए. उन्होंने कहा कि ये कॉलेज तो हमने ही बनवाया है, फिर इसका नाम कैसे बदल गया. इसके बाद सीएम ने तुरंत शिक्षा मंत्री को फोन लगवाया.
ये भी पढ़ेंः जनता दरबार में आया 16 करोड़ के इंजेक्शन का मामला...सीएम ने कहा- कोई सीमा होता है..जाइए स्वास्थ्य विभाग के पास
दरअसल, जनता दरबार में आज अररिया का एक छात्र पहुंचा था. छात्र ने सीएम को बताया कि उसने अररिया के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया था. उसके बाद उसने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड पर लोन के लिए अप्लाई किया लेकिन पोर्टल वेब पर नाम बदल जाने के कारण लोन पास नहीं हो रहा है. जब उसने एडमिशन लिया था, तब उस कॉलेज का नाम गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज अररिया था. अब फणीश्वर नाथ रेणु इंजीनियरिंग कॉलेज हो गया है. इस वजह से उसे लोन नहीं मिल पा रहा है.
छात्र की फरियाद सुनकर सीएम नीतीश कुमार हैरान रह गए और कहा कि ये कॉलेज तो हमने ही बनवाया था. ये कोई मतलब हुआ, लगाओ शिक्षा मंत्री को फोन. ये क्या हो रहा है. इसके बाद उन्होंने शिक्षा मंत्री से मामले को देखने की बात कही. सीएम ने कहा कि ये नया कॉलेज फणीश्वर नाथ रेणु के नाम पर बनवाए थे. देखिये इसको जरा क्या है मामला.
जनता दरबार के बाहर भी पहुंच रहे कई लोगः बता दें कि मुख्यमंत्री जनता दरबार में हर महीने के दूसरे सोमवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति युवा विभाग, श्रम संसाधन और अन्य विभागों से जुड़ी शिकायतें सुनते हैं. जहां तमात विभाग के अधिकारी भी मजौद रहते हैं. वहीं, सीएम के पास अपनी शिकायत लेकर काफी संख्या में लोग जनता दरबार के बाहर भी पहुंच जाते हैं. क्योंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. जो लोग बिना रजिस्ट्रेशन के दनता दरबार के बाहर पहुंचते हैं, प्रशासन के लोग उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं देते. जिससे उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.
ये भी पढ़ेंः इंटर पास करके 4 साल से परेशान हूं सर, सीएम ने कहा- देखिये... बिहार बोर्ड वाला आया है
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन का पालनः वहीं, कोरोना गाइडलाइन का भी जनता दरबार में सख्ती से पालन हो रहा है. जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) में लोगों को सीमित संख्या में बुलाया जा रहा है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले फरियादी का कोरोना टेस्ट कराया जाता है. उसके बाद ही जिला प्रशासन के माध्यम से जनता दरबार में लाया जाता है. मुख्यमंत्री का जनता दरबार सुबह 11 बजे से सीएम सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में शुरू होता है. जहां संबंधित विभागों के सभी मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद रहते हैं. जनता दरबार में मुख्यमंत्री ऑन स्पॉट लोगों की शिकायतों को दूर करने की कोशिश करते हैं.
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP