पटना: बिहार में पशुपालन एवं मत्स्य विभाग द्वारा मंगलवार को 283 पशु चिकित्सक और 194 मत्स्य विकास पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र दिया गया (Appointment of Fisheries Development Officer). मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मोहम्मद आफाक आलम के हाथों इन लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया. इस मौके पर विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे, ये नियुक्ति स्थाई है.
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सीएम ने दिया नियुक्ति पत्र: सरकार का मानना है की इनके नियुक्ति के बाद पशु चिकित्सालय में डॉक्टरों की जो कमी थी वो पूरा होगा, साथ ही मत्स्य पालन को आगे बढ़ाने के लिए हर प्रखंड में मत्स्य विकास पदाधिकारी को भी नियुक्त करना सरकार की प्राथमिकता है. यही कारण है की मत्स्य विकास पदाधिकारी की भी नियुक्ति की जा रही है.
मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा बिहार: बिहार में अंडा, मछली, दूध का उत्पादन तेजी से बढ़े, इसका प्रयास विभाग कर रही है. मछली, दूध, मांस और अंडा के क्षेत्र में बिहार आत्मनिर्भर हो, इसको लेकर लगातार काम किया जा रहा है. मौके पर मौजूद पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव एन शरवन ने कहा की बिहार बहुत जल्द मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा.
"आगे आने वाले समय में हमलोगों ने जो कमिटमेंट किया है उसे मिलकर पूरा करेंगे. किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. हमलोग झूठ नहीं बोलते हैं. जुमलेबाजी नहीं करते हैं. जो कहते हैं, वो करते हैं. जिनको रोजगार नहीं मिला है, उनको घबराने की जरूरत नहीं है, नीतीश कुमार जी लगे हुए हैं, सबको रोजगार मिलेगा."- तेजस्वी प्रसाद यादव, उप मुख्यमंत्री, बिहार सरकार
"आने वाले दिनों में लाखों रोजगार मिलेगा. आपलोग देखते रहिए. हर चीज का विकास हो रहा है. पहले जो था उसमें थोड़ा काम कम होता था, उसमें ज्यादा विकास के लिए हमलोग लगे. लोगों को बाहर भेजे कि कितना ज्यादा काम किया जा सके. बाहर भेज-भेजकर सबको दिखाए हैं. हमलोगों ने तो कृषि रोडमैप में टारगेट रख दिया है."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार सरकार
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