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जनता दरबार में चढ़ा नीतीश का पारा, फरियादी को कहा- प्रवचन काहे दे रहे हैं..काम बताइये

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Published : Dec 20, 2021, 12:31 PM IST

जनता दरबार में पूर्णिया से आए एक फरियादी की बात सुनते ही सीएम नीतीश कुमार को गुस्सा (CM Nitish Kumar Got Angry) आ गया. सीएम ने फरियादी से कहा कि, प्रवचन मत दीजिए,काम बोलिए. पढ़ें पूरी खबर..

CM Nitish Kumar Got Angry
CM Nitish Kumar Got Angry

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janata Darbar) में फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं. इस दौरान पूर्णिया के बायसी अनुमंडल से आए फरियादी महफूज आलम की बात सुन सीएम को गुस्सा आ गया. फरियादी की पूरी बात सुने बिना ही सीएम ने कहा कि, प्रवचन काहे दे रहे हैं. उसके बाद सीएम नीतीश ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया.

ये भी पढ़ें- CM ने शिक्षा मंत्री को लगाया फोन, कहा- 'बेगूसराय से एक ही तरह के मामले आए हैं.. तुरंत देखिये'

दरअसल सीएम के जनता दरबार (Janta Darbar In Patna) में आए फरियादी ने सीएम को अपना परिचय देते हुए कहा कि, हमारे गांव से पांच नदियां बहती हैं. ये सुनते ही सीएम ने कहा कि, क्या हम एक बार देखे हैं. हमको क्यों ये सब प्रवचन दे रहे हैं. इतना कहकर सीएम ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया.

जनता दरबार में चढ़ा नीतीश का पारा

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सन रहे हैं. मुख्यमंत्री ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-बीच जनता दरबार में CM नीतीश ने अधिकारियों की लगाई क्लास, कहा- 'काफी केस आ रहे हैं.. देख लीजिए'

मुख्यमंत्री ने 5 साल बाद फिर से जनता दरबार का कार्यक्रम शुरू किया है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

ये भी पढ़ें- आज अधिकारियों पर काफी गरम दिखे CM नीतीश, जनता दरबार में कई बार लगा दी क्लास

कोरोना के समय आयोजित हो रहे जनता दरबार में विशेष एहतियात बरती जा रही है. 200 से भी कम लोगों को इस बार बुलाया जा रहा है. हालांकि, ऐसे लोग जिन्होंने कई महीने पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, अब तक बुलावा नहीं आने से निराश होकर जनता दरबार के बाहर भी पहुंच रहे हैं. अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से जनता दरबार के बाहर ही गुहार लगा रहे हैं.

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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार (Nitish Kumar Janata Darbar) में फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंच रहे हैं. इस दौरान पूर्णिया के बायसी अनुमंडल से आए फरियादी महफूज आलम की बात सुन सीएम को गुस्सा आ गया. फरियादी की पूरी बात सुने बिना ही सीएम ने कहा कि, प्रवचन काहे दे रहे हैं. उसके बाद सीएम नीतीश ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया.

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दरअसल सीएम के जनता दरबार (Janta Darbar In Patna) में आए फरियादी ने सीएम को अपना परिचय देते हुए कहा कि, हमारे गांव से पांच नदियां बहती हैं. ये सुनते ही सीएम ने कहा कि, क्या हम एक बार देखे हैं. हमको क्यों ये सब प्रवचन दे रहे हैं. इतना कहकर सीएम ने फरियादी को संबंधित विभाग के पास भेज दिया.

जनता दरबार में चढ़ा नीतीश का पारा

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में लोगों की समस्याएं सन रहे हैं. मुख्यमंत्री ऊर्जा, जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुन रहे हैं.

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मुख्यमंत्री ने 5 साल बाद फिर से जनता दरबार का कार्यक्रम शुरू किया है. मुख्यमंत्री ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू की खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी. कोरोना महामारी के कारण जनता दरबार पहले शुरू नहीं हो पाया था. इसे http://cm.bihar.gov.in/live , https://www.facebook.com/iprdbihar , https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.

दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.

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कोरोना के समय आयोजित हो रहे जनता दरबार में विशेष एहतियात बरती जा रही है. 200 से भी कम लोगों को इस बार बुलाया जा रहा है. हालांकि, ऐसे लोग जिन्होंने कई महीने पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया था, अब तक बुलावा नहीं आने से निराश होकर जनता दरबार के बाहर भी पहुंच रहे हैं. अपनी अलग-अलग समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से जनता दरबार के बाहर ही गुहार लगा रहे हैं.

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