पटनाः 'हुजूर... एक दबंग परिवार मेरे घर को लूट लिया. हमारे साथ मारपीट भी किया. हम जब थाना गए तो थाना के लोगों ने भी पीट कर भगा दिया.' इतना कहते ही मुजफ्फरपुर सरैया थाना क्षेत्र से आयी एक महिला फफक पड़ती है. मामला जनता जरबार (Janta Darbar) का है. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं.
यह भी पढ़ें- 'अब सिर्फ जनता दरबार से है आस, मेरी बेटी को इंसाफ दिलाएंगे मुख्यमंत्री'
रोते हुए महिला थोड़ा संभलती है और फिर कहती है, वो सब दबंग परिवार का है. सीएम पूछते हैं, पुलिसवालों ने किया? जवाब मिला, पुलिस ने भी किया. उसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने पुलिस विभाग से फोन पर बात कर मामले का निपटारा करने को कह दिया.
महिला ने अपनी बात रखते हुए यह भी कहा, 'हम आपके दरबार में आए हैं. इंसाफ कीजिए. वो लोग घर पर नहीं रहने देता है. भगा देता है. केस करने जाते हैं तो पुलिस वाला भगा देता है.' बता दें कि सीएम नीतीश कुमार जनता दरबार में हैं. लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं. साथ ही साथ मामले का निपटारा करने के लिए संबंधित विभाग को भी दे रहे हैं.
यह भी पढ़ें- 'साहब' दिसंबर में कोरोना से पापा मर गए, अब तक नहीं मिला मुआवजा, बोले नीतीश- लगाओ फोन
बता दें कि महीने के पहला सोमवार को सीएम नीतीश गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं. जनता दरबार का कार्यक्रम 11 बजे से चल रहा है.
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के कारण मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम में सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के निर्देश दे रखे हैं और 200 के आसपास ही लोग जनता दरबार कार्यक्रम में बुलाए जा रहे हैं. जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका कोरोना टेस्ट करने के साथ उनका वैक्सीनेशन भी किया जएगा. जनता दरबार में आने वाले लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और फिर जिला प्रशासन की टीम उन्हें लेकर जनता दरबार पहुंचती है.