पटना: मनेर में एक ऐसा मामला सामने आया जो मानवता की मिसाल पेश करता है. यहां एक नि:संतान दंपत्ति ने विक्षिप्त महिला और उसके नवजात बच्चे को अपनाया है.
राजधानी पटना से सटे मनेर प्रखंड के किता चौहत्तर पूर्वी पंचायत के दुधैला गांव स्थित पुल के समीप विक्षिप्त महिला ने नवजात को जन्म दिया, जिसके बाद गांव के लोग काफी संख्या में जुट गए. विक्षिप्त महिला के बच्चे को गोद लेने के लिए गांव के लोग टूट पड़े.
शर्त सुन बच्चा गोद लेने वाले अधिकतर लोग हट गए पीछे
हल्दी छपरा मार्ग पर दुधेला पुल के समीप लगभग एक माह से एक विक्षिप्त महिला रह रही थी. मंगलवार सुबह झोपड़ी वाले बंद दुकान में उसने एक बच्चे का जन्म दिया. विक्षिप्त महिला द्वारा बच्चा जन्मे जाने की सूचना के बाद आसपास के कई गांव के लोग जुट गए.
कई लोग नवजात को अपनाना चाहते थे. हंगामा और शोर के बीच ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि जो परिवार बच्चे को गोद लेगा उसे विक्षिप्त महिला की देखभाल भी करनी होगी. यह शर्त सुनकर अधिकतर लोग पीछे हट गए. मुंजी टोला निवासी बिटेश्वर प्रसाद ने दोनों को अपनाने का फैसला किया. बिटेश्वर प्रसाद निसंतान हैं. उन्होंने खुशी से दोनों को अपनाया और स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर उनके स्वास्थ्य की जांच कराई. यहां बच्चे को टीका भी लगाया गया.
घटना की जानकारी मिलने के बाद दुधैला गांव पहुची चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने मनेर थाना में दोनों की सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई, जिसके बाद नि:संतान दंपत्ति ने थाना में जाकर सहमित से बच्चे को अपनाने की बात कही.