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JP की जयंती पर CM पहुंचे चरखा समिति, कहा- 'ये तीन विभूति हमारे आधार' - भारतीय स्वतंत्रता सेनानी

लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर सीएम नीतीश कुमार महिला चरखा समिति पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि जेपी के विचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्हीं तीन लोगों के आधार पर हमलोग चल रहे हैं. हमारा मकसद होता है कि नई पीढ़ी के लोग इस बात को जानें और उनको समझें.

Chief Minister Nitish reached Mahila Charkha Samiti on JP birth anniversary
Chief Minister Nitish reached Mahila Charkha Samiti on JP birth anniversary
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Published : Oct 11, 2021, 3:34 PM IST

पटना: भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और जननेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आज 119वीं जयंती है. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कदमकुआं स्थित उनके आवास महिला चरखा समिति (Mahila Charkha Samiti) पहुंचे. जहां उन्होंने जयप्रकाश नारायण के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी और नमन किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों को युवाओं और छात्रों के बीच ले जाने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें - JP जयंती पर CM नीतीश और राज्यपाल फागू चौहान ने दी श्रद्धांजलि

"जेपी का जो विचार है और जैसा उन्होंने नेतृत्व किया उसी से हम सब लोग जाने और सीखे उसके आधार पर आज हम सब काम कर रहे हैं. बापू (महात्मा गांधी), जेपी और लोहिया के विचारों को ही अपनाते हुए सामाज को आगे बढ़ा रहे हैं." - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

देखें वीडियो

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जेपी के बताए रास्ते पर हमने चलने का संकल्प लिया. लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों को युवाओं और छात्रों के बीच ले जाने की जरूरत है. वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे. उन्होंने सम्पूर्ण क्रांति के जरिए भ्रष्टाचार और तानाशाही व्यवस्था के खिलाफ जन आन्दोलन करने का काम किया था. मुख्यमंत्री ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि हम लोग 15-16 आदमी थे और यहीं बैठकर हम लोगों की मीटिंग हुआ करती थी.

नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में एकता रखना, भाईचारा रखना ही हमलोगों ने उनसे सीखा है. पिछली बार कोरोना था, लेकिन इस बार जैसे ही आने का मौका मिला तो हमलोग आए. आज हम यहां नहीं आते तो संतोष नहीं होता, इसलिए हमने तुरंत कहा कि आज हम यहां आएंगे.

नीतीश कुमार ने कहा कि यहां (महिला चरखा समिति) जो लोग भी काम करते हैं उनके लिए तो सहयोग है ही लेकिन इसके अलावा भी किसी तरह की जरूरत होती है तो उन सब चीज का समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका रेनोवेशन भी किया जाता है और आगे भी होता रहेगा.

नीतीश कुमार ने अंत में कहा कि जेपी के विचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्हीं तीन लोगों के आधार पर हमलोग चल रहे हैं. हमारा मकसद होता है कि नई पीढ़ी के लोग इस बात को जानें और उनको समझें.

बता दें कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण (Jai Prakash Narayan) की आज 119वीं जयंती है. उनका जन्म 11 अक्टूबर, 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गांव में हुआ था. आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल के खात्मे और फिर से लोकतंत्र बहाल करने वाले नायक के रूप में लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें - सत्ता को हिला देने वाले 'लोकनायक' की जयंती, 72 की उम्र में खायी लाठियां, संपूर्ण क्रांंति का दिया नारा

पटना: भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और जननेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण की आज 119वीं जयंती है. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कदमकुआं स्थित उनके आवास महिला चरखा समिति (Mahila Charkha Samiti) पहुंचे. जहां उन्होंने जयप्रकाश नारायण के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी और नमन किया. इस दौरान सीएम ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों को युवाओं और छात्रों के बीच ले जाने की जरूरत है.

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"जेपी का जो विचार है और जैसा उन्होंने नेतृत्व किया उसी से हम सब लोग जाने और सीखे उसके आधार पर आज हम सब काम कर रहे हैं. बापू (महात्मा गांधी), जेपी और लोहिया के विचारों को ही अपनाते हुए सामाज को आगे बढ़ा रहे हैं." - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

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सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जेपी के बताए रास्ते पर हमने चलने का संकल्प लिया. लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के विचारों को युवाओं और छात्रों के बीच ले जाने की जरूरत है. वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक थे. उन्होंने सम्पूर्ण क्रांति के जरिए भ्रष्टाचार और तानाशाही व्यवस्था के खिलाफ जन आन्दोलन करने का काम किया था. मुख्यमंत्री ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि हम लोग 15-16 आदमी थे और यहीं बैठकर हम लोगों की मीटिंग हुआ करती थी.

नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में एकता रखना, भाईचारा रखना ही हमलोगों ने उनसे सीखा है. पिछली बार कोरोना था, लेकिन इस बार जैसे ही आने का मौका मिला तो हमलोग आए. आज हम यहां नहीं आते तो संतोष नहीं होता, इसलिए हमने तुरंत कहा कि आज हम यहां आएंगे.

नीतीश कुमार ने कहा कि यहां (महिला चरखा समिति) जो लोग भी काम करते हैं उनके लिए तो सहयोग है ही लेकिन इसके अलावा भी किसी तरह की जरूरत होती है तो उन सब चीज का समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसका रेनोवेशन भी किया जाता है और आगे भी होता रहेगा.

नीतीश कुमार ने अंत में कहा कि जेपी के विचारों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उन्हीं तीन लोगों के आधार पर हमलोग चल रहे हैं. हमारा मकसद होता है कि नई पीढ़ी के लोग इस बात को जानें और उनको समझें.

बता दें कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण (Jai Prakash Narayan) की आज 119वीं जयंती है. उनका जन्म 11 अक्टूबर, 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गांव में हुआ था. आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) द्वारा देश में लगाए गए आपातकाल के खात्मे और फिर से लोकतंत्र बहाल करने वाले नायक के रूप में लोकनायक जयप्रकाश नारायण को याद किया जा रहा है.

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