पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज जनता दरबार (Janta Darbar) में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल होंगे. इस दौरान वह लोगों की समस्याओं को सुनेंगे. मुख्यमंत्री ऊर्जा विभाग, जल संसाधन विभाग, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और पीएचईडी सहित कई विभागों की शिकायतें सुनेंगे. इस दौरान संबंधित विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
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जनता दरबार 11 बजे से शुरू होगा. जनता दरबार में पूरे बिहार से बड़ी संख्या में लोग हर बार पहुंच रहे हैं. लोग इस उम्मीद से मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रहे हैं कि नीतीश उनकी समस्याओं का समाधान कराएंगे. नीतीश संवाद स्थित परिसर में बनाए गए नए हॉल में लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. इस दौरान वे लोगों की समस्याओं को सुनकर तुरंत निष्पादित करने का निर्देश अधिकारियों को देते हैं.
बता दें कि 5 साल के बाद कोरोना काल में शुरू किए गए जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में फिलहाल सीमित संख्या में ही लोगों को शामिल किया जा रहा है. जनता दरबार में शामिल होने के लिए लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है. सीमित संख्या में लोगों को बुलाये जाने के चलते रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. जनता दरबार के बाहर बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंच रहे हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन एक से डेढ़ महीना पहले करवा लिया है, लेकिन अभी तक जनता दरबार के लिए बुलावा नहीं आया है. जनता दरबार को http://cm.bihar.gov.in/live, https://www.facebook.com/iprdbihar, https://twitter.com/IPRD_Bihar और https://www.youtube.com/iprdbihar पर लाइव देखा जा सकता है.
दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्याएं सुनते हैं. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती हैं. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार: गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाते हैं.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभागों की शिकायतें सुनी जाती है.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभागों के मामले लिए जाते हैं.
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